Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

मॉस्को, 26 नवंबर (हि.स.)। रूस ने यूक्रेन युद्ध-विराम प्रस्ताव के नए अमेरिकी मसौदे की समीक्षा करके इसके कुछ बिंदुओं को सकारात्मक बताया है। हालांकि, क्रेमलिन का कहना है कि मसौदे के कई हिस्सों पर विशेषज्ञ स्तर की गहन चर्चा आवश्यक होगी।
क्रेमलिन के शीर्ष सलाहकार यूरी उशाकोव ने बुधवार को एक रूसी राज्य टीवी से बात करते हुए कहा कि यह मसौदा “वास्तव में गहन विश्लेषण” की मांग करता है और रूस ने अभी तक इस पर किसी भी पक्ष के साथ औपचारिक चर्चा नहीं की है। प्रस्ताव सार्वजनिक नहीं किया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि यह मसौदा पहले तैयार किए गए 28 सूत्रीय प्रस्ताव का संशोधित संस्करण है, जिसे पहले कीव और यूरोपीय देशों ने अस्वीकार कर दिया था। ट्रंप ने यह भी बताया था कि वे अपने अधिकारियों को दोनों पक्षों से चर्चा के लिए भेज रहे हैं ताकि प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा सके।
'कुछ सकारात्मक, कई विवादित बिंदु'
उशाकोव ने कहा, “मसौदे के कुछ पहलुओं को सकारात्मक रूप से देखा जा सकता है, लेकिन कई बिंदुओं पर विशेषज्ञों के बीच विशेष चर्चा की आवश्यकता है।”
पहला अमेरिकी प्रस्ताव यूरोप में व्यापक आलोचना का कारण बना था, क्योंकि उसमें यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र से पीछे हटने और अमेरिका द्वारा डोनेट्स्क, क्राइमिया और लुहांस्क को अप्रत्यक्ष रूप से रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता देने जैसी शर्तें शामिल थीं - जिन्हें पश्चिमी देशों ने अस्वीकार्य बताया था।
अमेरिका-यूक्रेन में कुछ बिंदुओं पर सहमति
हाल के दिनों में जिनेवा में हुई वार्ताओं के बाद यूक्रेन ने कहा कि अमेरिका के साथ “कुछ समझ” बनी है और जिन बिंदुओं पर कीव को आपत्ति थी, उनमें से कई को संशोधित किया गया है। हालांकि, किन बिंदुओं को बदला गया या हटाया गया है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और यूक्रेन की वार्ता स्थितियों में अब भी गहरे मतभेद हैं, लेकिन अमेरिका के नए मसौदे पर प्रतिक्रियाएं इस बात का संकेत देती हैं कि कूटनीतिक प्रक्रिया किसी संभावित समाधान की ओर बढ़ रही है।
-------------------
हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय