Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

प्रदेश कांगेस अध्यक्ष का सवाल, वाराणसी में जानलेवा कफ सिरप के अवैध कारोबार प्रकरण पर देश के प्रधानमंत्री/स्थानीय सांसद की चुप्पी क्यों?
वाराणसी,26 नवंबर (हि.स. )। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जानलेवा, नशीली कफ सिरप के अवैध कारोबार पर केंद्र और प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने भाजपा सरकार को निशाने पर लेकर सवाल किया कि इस प्रकरण पर प्रधानमंत्री की चुप्पी क्यों ? ।
प्रदेश अध्यक्ष लहुराबीर स्थित अपने कैम्प कार्यालय पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाराणसी में पुलिस कमिश्नरेट जैसी कड़ी व्यवस्था के बीच, जहरीली कफ सिरप का नेटवर्क जिस तरह फल-फूल रहा है, यह केवल कानून-व्यवस्था की नाकामी नहीं—यह डबल इंजन की सरकार की सीधी असफलता और सत्ता संरक्षण का गंदा चेहरा है। एनएचआरसी ने 2 महीने पहले नोटिस भेजा। लेकिन प्रदेश सरकार रिपोर्ट देने में नाकाम रही । दो माह पहले ही कफ सिरप से हुई मौतों के मामले में एनएचआरसी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकारों को नोटिस जारी किया था और स्वास्थ्य मंत्रालय से विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी थी। एनएचआरसी ने सैंपल रिपोर्ट भी तुरंत उपलब्ध कराने को कहा था। लेकिन डबल इंजन की सरकार ने आज तक कोई रिपोर्ट एनएचआरसी को नहीं दी।
यह दर्शाता है कि सरकार न केवल नाकाम है, बल्कि इस पूरे कारोबार को ढाल दे रही है सत्ता संरक्षण का खेल देखिए कि 15 नवम्बर को दर्ज एफआईआर में आरोपित शुभम जायसवाल का पूरा नाम, पिता का नाम और पता मौजूद है। लेकिन 19 नवम्बर को दर्ज एफआईआर में उसी आरोपित शुभम जायसवाल के पिता का नाम और घर का पता गायब कर दिया जाता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस अवैध कारोबार को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है और सत्ता मशीनरी आरोपियों को बचाने में लगी है। इस जहरीली कफ सिरप ने कई राज्यों में मासूम बच्चों की जान ली है। यह केवल वाराणसी की समस्या नहीं—यह राष्ट्रीय स्तर का स्वास्थ्य संकट है। बच्चों की मौतों के बाद भी सरकार की कार्रवाई शून्य है। इस प्रकरण का असली मास्टरमाइंड ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी अधिकारी नरेश मोहन है जो भ्रष्टाचार का मुख्य जड़ है। हम माँग करते है की इस ड्रग अधिकारी को बर्खास्त कर कार्यवाही की जाए । काशी की पवित्र भूमि पर जहरीली सिरप का अंधेरा फैलाया जा रहा है।
अजय राय ने कहा कि मुख्यमंत्री हर हफ्ते यहाँ आते हैं, फिर भी अपराधियों का साम्राज्य बढ़ रहा है—यह केवल एक ही बात साबित करता है कि यह पूरा नेटवर्क सरकारी संरक्षण में फल-फूल रहा है। यही कारण है कि न मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, न संपत्ति कुर्क हुई, न गहरी जांच हुई, न नेटवर्क तोड़ा गया। प्रदेश अध्यक्ष कहा कि इस समय एसआईआर सिस्टम बीएलओ कर्मचारियों की मौत का कारण और वोट चोरी का मॉडल बन गया है । गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल से लेकर उत्तर प्रदेश तक बीएलओ कर्मचारियों की आत्महत्याएँ और संदिग्ध मौतें यह साबित करती हैं।
--कांग्रेस की मांग
सभी मुख्य आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो,
मामले की न्यायिक जाँच हो ,माफियाओं की अवैध संपत्तियों की कुर्की,राजनीतिक संरक्षण की जांच,
स्वास्थ्य मंत्रालय व यूपी सरकार से एनएचआरसी को पूरी रिपोर्ट सौंपने की बाध्यता।
वार्ता में जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल , महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे , फसाहत हुसैन,डॉ राजेश गुप्ता,सतनाम सिंह ,चंचल शर्मा भी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी