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कोरबा/जांजगीर-चांपा, 26 नवंबर (हि. स.)। छत्तीसगढ़ शासन के समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है। तौलाई में पारदर्शिता, शीघ्र भुगतान और केंद्रों में उपलब्ध बेहतर सुविधाओं ने जिले के किसानों में उत्साह बढ़ाया है। किसान अपने-अपने धान उपार्जन केंद्रों में उत्साहपूर्वक अपनी उपज लेकर पहुंच रहे हैं। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व्यवस्था अधिक पारदर्शी, सुव्यवस्थित और किसान हितैषी सिद्ध हो रही है।
जिले के उपार्जन केंद्रों में खरीद की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है और किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है। ऑनलाइन टोकन, सरल प्रक्रिया और समय पर भुगतान ने किसानों के भरोसे को नई मजबूती दी है।
इसी क्रम में धान उपार्जन केंद्र खरौद में पहुंचे किसान देव कुमार आदित्य ने 30.80 क्विंटल धान विक्रय किया। उन्होंने बताया कि केंद्र में नमी परीक्षण, तौल, टोकन वितरण समेत पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो रही है। उनके अनुसार इस वर्ष धान खरीद व्यवस्था में सबसे बड़ा और सकारात्मक बदलाव “तुंहर टोकन” मोबाइल ऐप के रूप में देखने को मिला है। इस ऐप ने किसानों को भीड़भाड़, लंबी कतारों और समय की बर्बादी से पूरी तरह मुक्ति दिलाई है। घर बैठे ऑनलाइन टोकन बुक कर वे निर्धारित समय पर पहुंचे और बिना किसी परेशानी के धान विक्रय किया। डिजिटल सुविधा ने खरीद प्रक्रिया को और आसान व तेज़ बना दिया है। उन्होंने शासन की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि धान बेचना अब बेहद सरल हो गया है। धान खरीद केंद्रों में किसानों के लिए छांव, पेयजल, शौचालय जैसी सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है।
जिले में कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशन में प्रशासनिक टीम लगातार धान खरीद केंद्रों की निगरानी कर रही है। बेहतर प्रबंधन और उचित व्यवस्था के कारण खरीद कार्य पूर्ण पारदर्शिता, तेजी और सुगमता के साथ संपन्न हो रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी