मोदी सरकार खेल क्रांति के लिए वचनबद्ध, पांच गुना बढ़ाया खेल बजट : अनुराग ठाकुर
मंडी, 26 नवंबर (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद व हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने मंडी जिला के संधोल में हिमाचल प्रदेश वालीबाल संघ द्वारा आयोजित प्रथम जूनियर स्टेट वॉलीबॉल चैंपियनशिप के उद्घा
जुनियर स्टेट वॉलीबाल प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए अनुराग ठाकुर।


मंडी, 26 नवंबर (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद व हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने मंडी जिला के संधोल में हिमाचल प्रदेश वालीबाल संघ द्वारा आयोजित प्रथम जूनियर स्टेट वॉलीबॉल चैंपियनशिप के उद्घाटन पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होकर खेलों व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के मोदी सरकार के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर अपने संबोधन में अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में दायित्व संभालने पर, देश का खेल बजट 800 करोड़ था और आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का खेल बजट 3700 करोड़ है, जोकि यूपीए सरकार के खेल बजट से लगभग 5 गुणा अधिक है।

उन्‍होने कहा क‍ि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश में खेल क्रांति लाने के लिए अपनी खेल- खिलाड़ी हित की नीतियों के माध्यम से वचनबद्धता दोहराई है, प्रधानमंत्री जी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के खिलाड़ियों द्वारा पदक जीतने पर या ना जीत पाने पर, दोनों परिस्थितियों में मिलते हैं, खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हैं। आज जब देश 2036 ओलंपिक मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है तो ऐसे में हमारी प्रदेश सरकार को भी इस दिशा में आगे बढ़ना होगा, प्रदेश में खेलों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के साथ प्रदेश में विभिन्न खेलों में प्रशिक्षकों की नियुक्तियां अति आवश्यक है, हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ भी अपनी ओर से विभिन्न खेलों में प्रशिक्षकों की नियुक्ति पर गंभीरता पूर्वक कार्य कर रहा है।

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि स्टेट चैंपियनशिप से खिलाड़ियों को आगे कैंप और सिलेक्शन के चरणों में मौका मिलता है। हमारा प्रयास है कि आने वाले वर्षों में खेल संघों का विस्तार कर खिलाड़ियों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हों। हमारे खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश व प्रदेश का मान बढ़े, खेलों में निवेश बढ़े, खिलाड़ियों को आर्थिक लाभ मिले…इसी लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं ।

उन्होंने हिमाचल में कोचों की भारी कमी पर चिंता जताते हुए आग्रह किया कि प्रदेश सरकार कम से कम 100 कोच नियुक्त करे, जबकि आदर्श संख्या 500 है हम भी अपनी तरफ़ से 100 कोच नियुक्त करने का प्रयास करेंगे। कोच होंगे तभी खेलों का वास्तविक सुधार और विस्तार संभव है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा