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रांची, 26 नवंबर (हि.स.)। झारखंड होमगार्ड विभाग में बर्खास्त कंपनी कमांडर कैलाश प्रसाद यादव द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। इस प्रकरण का संज्ञान लेते हुए होमगार्ड महानिदेशक एम.एस. भाटिया ने आरोपी चार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया है और उनसे स्पष्टीकरण तलब किया है। स्पष्टीकरण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कार्यमुक्त अधिकारियों में अनुज कुमार (स्थापना शाखा प्रभारी), सूरज प्रकाश सिंह (डीआईजी गोपनीय रीडर), दीपक पुंज (होमगार्ड डीजी रीडर) और संजय सिंह (ओटीडी शाखा प्रभारी) शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर आरोपों के बाद कार्रवाई
होमगार्ड विभाग ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि बर्खास्त कमांडर कैलाश प्रसाद यादव ने भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि विभाग में तैनात इन अधिकारियों को उन्होंने करोड़ों रुपये की फर्जी भर्ती और नियुक्तियों को छुपाने के एवज में आठ लाख रुपये की मांग की गई थी। इसके बाद विभाग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए सभी आरोपित अधिकारियों को पद से मुक्त कर दिया।
कैलाश प्रसाद यादव पर पूर्व में ही हो चुकी बड़ी कार्रवाई
यह विवाद तब सामने आया है जब कैलाश प्रसाद यादव पहले ही गंभीर आरोपों में विभागीय कार्रवाई का सामना कर चुके हैं। उन पर होमगार्ड में अवैध रूप से फर्जी भर्ती और पुनः नामांकन कराने का आरोप था। इस मामले में 21 सितंबर 2024 को धुर्वा थाना में कांड संख्या 278/24 दर्ज की गई थी। जांच में कैलाश को दोषी पाया गया और 24 नवंबर 2024 को उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
जांच में हो चुकी थी फर्जी भर्ती की पुष्टि
जांच अधिकारियों ने पाया कि रांची में तैनाती के दौरान कैलाश ने पुनः नामांकन रजिस्टर में छेड़छाड़ कर फर्जी नियुक्तियां कीं और कुछ चयनित होमगार्ड जवानों को कमांड पत्र जारी कर भुगतान भी सुनिश्चित कराया। यह पूरी कार्रवाई निजी लाभ के उद्देश्य से की गई थी।
अब उल्टा आरोप, विभाग में मचा हड़कंप
बर्खास्तगी के बाद अब कैलाश यादव ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के डीजी को ईमेल भेजकर दावा किया है कि विभाग के ही चार अधिकारियों ने उनसे जबरन पैसे वसूलने की कोशिश की और मानसिक उत्पीड़न किया। उनके आरोपों ने विभाग में बड़ी हलचल पैदा कर दी है और कई अधिकारी जांच के दायरे में आ गए हैं।
होमगार्ड मुख्यालय ने कहा है कि “स्पष्टीकरण मिलने के बाद मामले में आगे की विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” यह मामला अब प्रशासन, होमगार्ड विभाग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, तीनों की जांच की दिशा तय करेगा।------------------
हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे