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कानपुर, 26 नवम्बर (हि.स.)। जिला निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार काे बताया कि एसआईआर कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और समयबद्ध है, लेकिन आर्यनगर में दिए गए दायित्व के अनुरूप प्रभावी पर्यवेक्षण नहीं किया गया। ऐसी लापरवाही को गंभीर मानते हुए सहायक आयुक्त वाणिज्य कर/सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी विराट प्रताप सिंह काे तलब करते हुए 27 नवम्बर तक स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्धारित तिथि तक संतोषजनक उत्तर न मिलने की स्थिति में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के सुसंगत प्राविधानों के तहत कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी दी है।
सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र के मतदेय स्थल संख्या 131 से 187 तक के कार्यों के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई थी। इन मतदेय स्थलों पर कुल 60 हजार 490 मतदाता पंजीकृत हैं। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के तहत गणना प्रपत्रों के वितरण, संग्रह और डिजिटाइजेशन की अंतिम तिथि चार दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। इसके बावजूद 25 नवंबर तक केवल 10 हजार 610 गणना प्रपत्रों का ही डिजिटाइजेशन हो सका है, जिसे अत्यंत असंतोषजनक प्रगति माना गया है।
ऐसे में जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने एसआईआर कार्य में रुचि न लेने और पर्यवेक्षण में शिथिलता पाए जाने पर सहायक आयुक्त वाणिज्य कर/सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी विराट प्रताप सिंह से स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही अधिकारी को 27 नवंबर तक अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप