दवा प्रतिनिधियों का राजकीय श्रम आयुक्ततालय के समक्ष धरना, प्रदर्शन
जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त ट्रेड यूनियन्स और सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर 4 श्रम संहिताओं को केंद्र सरकार द्वारा लागू किये जाने के विरोध में बुधवार को राजकीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष विशाल धरना एवं प्रदर्शन आयोजित किया गया। राजस्थान मेडिकल एव
दवा प्रतिनिधियों का राजकीय श्रम अयुक्ततालय के समक्ष धरना, प्रदर्शन


जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त ट्रेड यूनियन्स और सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर 4 श्रम संहिताओं को केंद्र सरकार द्वारा लागू किये जाने के विरोध में बुधवार को राजकीय श्रम आयुक्तालय के समक्ष विशाल धरना एवं प्रदर्शन आयोजित किया गया।

राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्ज़ यूनियन जयपुर के जिला सचिव कॉमरेड टिंकू यादव ने बताया कि लंबे समय से दवा उद्योग में दवा प्रतिनिधियों के लिये समान एवं वैधानिक सेवा शर्तें लागू करने की मांग केंद्र सरकार के समक्ष लंबित है जिस पर कोई प्रभावी एवं सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई जिसका दुष्प्रभाव दवा प्रतिनिधियों पर पड़ रहा है। इन्होंने केंद्र सरकार से मांग दोहराई है कि अविलंब त्रिपक्षीय समिति की मीटिंग बुलाकर दवा प्रतिनिधियों के लिये समान एवं वैधानिक सेवा शर्ते लागू की जाये।

राजस्थान राज्य में केंद्र सरकार द्वारा लागू 4 श्रम संहिताओं के कानून लागू नही किये जाने , सेल्स प्रोमोशन एक्ट 1976 को और अधिक प्रभावी बनाने , सरकारी अस्पतालों व संस्थाओं में दवा प्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को हटाने व ओढ्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 2 ( एस ) में संशोधन कर सेल्स प्रोमोशन एंप्लॉयीज को कामगार ( वर्कमेन ) का दर्जा दिये जाने की मांगे प्रमुख रूप से उठाई गईं।

अंत में राष्ट्रपति के नाम राजकीय श्रम आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। कार्यक्रम में सयुक्त ट्रेड यूनियन्स में विभिन्न यूनियन्स से 1000 से अधिक साथी उपस्थित हुए।

आगामी समय में इस आंदोलन को तेज करने की चेतावनी भी सयुक्त ट्रेड यूनियन्स की ओर से केंद्र सरकार को दी गयी।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव