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दमोह, 26 नवंबर (हि.स.)। मध्यप्रदेश के दमोह में बेलाताल पार्क में संविधान दिवस पर बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी सहभागिता की। महत्वपूर्ण बात यह है कि संविधान सभा में 299 सदस्यों के प्रतीक के रूप में बच्चों को कार्ड वितरित किये गये जो अपने गले में डालकर बैठे। इन सभी को उन्ही 299 सदस्यों के प्रतीक के रूप यहां बैठाया गया था।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत दमोह की अध्यक्ष रंजीता पटेल एवं कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने की तो सहभागिता नरेन्द्र बजाज एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रवीण फुलपगारे के साथ उपस्थित गणमान्य नागरिकों के द्वारा की गयी। उपस्थित सभी को संविधान की शपथ दिलायी गयी सभी ने एक साथ भारत माता के जयकारे भी लगाये।
इस अवसर पर संविधान के निर्माण के 75 बर्ष पूर्ण होने पर दमोह में आयोजित संविधान दिवस के कार्यक्रम में हमने एक नया प्रयोग किया है। संविधान सभा के 299 सदस्यों के प्रतीक के रूप में बच्चों को बैठाया गया है। आज संविधान की प्रस्तावना यहां हमने सभी को उपलब्ध करायी है और इसका वाचन भी किया गया। संविधान को सरल भाषा में समझाने के लिये एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है तो एक सेल्फी प्वांईट भी बनाया गया जिसमें संविधान के कबर पेज को रखा गया है। बच्चों की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया है एक अच्छे माहौल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया उसके लिये उन्होने सभी सहयोगियों को हृदय से धन्यवाद दिया।
संविधान दिवस पर बीएन राव के चित्र प्रदर्शनी में दिखायी नहीं दिये जिसकी चर्चा होती रही। बीएन राव का संविधान निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाहन करने के संबध में पिछले कुछ समय से बधाईयां एवं जनसंदेश प्रमाण सहित प्रसारित किये जा रहे हैं। सरकार की ओर से भी इस संबध में कुछ समय पूर्व जानकारियों को प्रसारित करने की बात सामने आयी थी। बीएन राव के संबध में बताया जाता है कि डा.अंबेडकर के साथ उनका भी बडा योगदान है। संविधान सभा एवं डाप्टिंग कमेटी में कहीं भी आज की प्रदर्शनी में उल्लेख नहीं किया जिसकी चर्चा कार्यक्रम स्थल पर करते कुछ लोगों को सुना गया।
मामले को लेकर जब आयोजक की मुख्य भूमिका का निर्वाहन करने में दिखायी देने वाले जन अभियान परिषद के संयोजक सुशील नामदेव से उक्त विषय को लेकर जानकारी चाही तो पहले तो वह कुछ भी कहने से बचते रहे। लेकिन जब कहा गया कि आपको इस संबध में जानकारी देना चाहिये तो उनका कहना था कि बीएन राव के संबध में वह नहीं जानते न ही कोई हमें अनका उल्लेख मिला है। वह कहते हमने सुना भर है। हालांकि वह क्षमा मांगते दिखे उनका कहना था कि आने वाले समय में इस प्रकार की गल्ती न हो इस बात का ध्यान रखा जायेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / हंसा वैष्णव