कृष्णधाम श्री सांवलिया सेठ: दो माह के भंडार में रिकॉर्ड, अब तक 40 करोड़ दान राशि की गणना
चित्तौड़गढ़, 26 नवंबर (हि.स.)। मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलियाजी में भगवान श्री सांवलिया सेठ के भंडार से निकली चढ़ावा राशि की गणना का दौर जारी है। पांचवें चरण तक 40 करोड़ 33 लाख 39 हजार रुपए की गणना हो चुकी है। वहीं अगले चरण में गुरुवार
चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलियाजी मंदिर में दान राशि की गणना।


चित्तौड़गढ़, 26 नवंबर (हि.स.)। मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलियाजी में भगवान श्री सांवलिया सेठ के भंडार से निकली चढ़ावा राशि की गणना का दौर जारी है। पांचवें चरण तक 40 करोड़ 33 लाख 39 हजार रुपए की गणना हो चुकी है। वहीं अगले चरण में गुरुवार को भी गणना होगी। इसमें भंडार एवं भेंट कक्ष में प्राप्त सोने एवं चांदी के आभूषण का भी वजन होगा।

श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल की मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रभा गौतम ने बताया कि प्रतिमाह कृष्णपक्ष की चतुर्दशी को भगवान श्री सांवलिया सेठ का भंडार खोला जाता है। इसी क्रम में भगवान श्री सांवलिया सेठ के दो दिवसीय मासिक मेले के पहले दिन कड़ी सुरक्षा के बीच भंडार खोला गया। पहले चरण की गणना में 12 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई थी। दूसरे चरण की गणना में 08 करोड 54 लाख, तीसरे चरण में सात करोड आठ लाख 80 हजार रुपये तथा चौथे चरण में आठ करोड़ 15 लाख 80 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। बुधवार को पांचवे चरण की गणना में चार करोड 19 लाख 79 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। ऐसे में बुधवार तक पांच चरणों की गणना में ठाकुरजी के भंडार से अब तक कुल 40 करोड़ 33 लाख 39 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई। शेष बची राशि की गणना गुरुवार को छठे चरण के रुप में की जाएगी। बुधवार को चढ़ावा राशि की गणना में मंदिर मंडल बोर्ड सदस्य पवन तिवारी, लेखाकार व प्रशासनिक अधिकारी द्वितीय राजेंद्र सिंह, मंदिर व्यवस्था व संपदा प्रभारी भैरूगिरी गोस्वामी, सुरक्षा प्रभारी गुलाबसिंह, गोशाला प्रभारी गंगाराम गुर्जर, सहायक सुरक्षा प्रभारी सुरेशचंद्र नगारची, बिहारी गुर्जर सहित मंदिर मंडल तथा क्षेत्रीय बैंकों के कर्मचारियों की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा के बीच राशि की गणना की गई। साथ ही भगवान श्री सांवलिया सेठ के भंडार से प्राप्त सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा। इधर, मंदिर मंडल के भेंट कक्ष कार्यालय में नगद मनी ऑर्डर के रूप में प्राप्त राशि की गणना तथा भेंट स्वरूप प्राप्त सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा। इधर, दो माह के भंडार में यह रिकॉर्ड राशि बताई जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल