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बलरामपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बुधवार को धान खरीद व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सहकारी सेवा समितियों के प्रबंधकों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि धान खरीदी प्रक्रिया को समयबद्ध, सुव्यवस्थित और पूर्ण पारदर्शिता के साथ संचालित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से कलेक्टर ने सभी प्रबंधकों को विस्तृत दिशा-निर्देश देते हुए खरीदी प्रक्रिया को निर्धारित क्रम में संचालित करने पर जोर दिया।
कलेक्टर कटारा ने निर्देश दिया कि, किसानों को प्रचार-प्रसार और मुनादी के माध्यम से सूचित किया जाए कि वे सुबह 8 बजे तक अपना धान लेकर समिति पहुंच जाएं। इसके बाद किसानों द्वारा लाए गए धान को पहले निर्धारित स्थान पर ढेरी के रूप में रखा जाए और नमी मापने के बाद ही आगे की प्रक्रिया में लिया जाए। उन्होंने कहा कि किसान जिस क्रम में केंद्र पर पहुंचते हैं, उसी क्रम में तौलाई की जाए, ताकि ढेरी लगाना, नमी परीक्षण, तौल और स्टैकिंग जैसे सभी कार्य उसी दिन व्यवस्थित तरीके से पूरे हो सकें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों से लाए गए धान को वाहन से उतारकर ढेरी लगाने हेतु अलग से हमालों की व्यवस्था रहेगी, जिसका भुगतान किसान करेंगे। वहीं ढेर लगाने के बाद तौलाई और स्टैकिंग तक की प्रक्रिया समिति से अनुबंधित हमालों द्वारा शासन की गाइडलाइन के तहत की जाएगी और इसके लिए किसानों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। कलेक्टर ने प्रबंधकों को हमालों के भुगतान समय पर करने और उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
केंद्रों की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि खरीदी केंद्रों में ड्रेनेज, फेंसिंग, शौचालय, पीने का पानी जैसी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध रहें तथा सभी सीसीटीवी कैमरे सुचारू रूप से चालू अवस्था में हों। उन्होंने सभी आवश्यक रजिस्टरों एवं ऑनलाइन एंट्री को समय पर अद्यतन रखने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही बारदाना उपलब्धता और खरीदी में उपयोग आने वाली समस्त सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था पूर्व से सुनिश्चित करने को कहा गया ताकि खरीदी में किसी प्रकार की बाधा न आए।
मौसम की अनिश्चितताओं को देखते हुए धान की सुरक्षा के लिए भी अग्रिम व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने बताया कि किसानों से शपथ पत्र लिया जाएगा, जिसमें उनकी पूरी जानकारी और शेष रकबा समर्पण का विवरण शामिल होगा, जिससे खरीदी प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी बनी रहे। उन्होंने सभी प्रबंधकों को चेताया कि किसी भी कोचिए या संदिग्ध गतिविधि पर सतत निगरानी रखें, जिससे अवैध धान के भंडारण और परिवहन पर प्रभावी रोक लग सके।
अंत में कलेक्टर ने कहा कि सभी समितियाँ यदि समन्वित प्रयासों से कार्य करेंगी तो धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया सहज, समयबद्ध और किसान हित में सफलतापूर्वक संपन्न होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर चेतन बोरघरिया, जिला विपणन अधिकारी प्रीतिका पूजा केरकेट्टा सहित सभी समिति प्रबंधक उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय