किराना कारोबारी से हुए लूटकांड का खुलासा का पुलिस का दावा, अब तक तीन गिरफ्तार
अररिया 26 नवम्बर(हि.स.)। फारबिसगंज के दीनदयाल चौक स्थित किराना के थोक विक्रेता ओम एजेंसी से हथियारबंद अपराधियों के द्वारा 20 नवम्बर को 8.21 लाख रूपये की हुए लूटकांड मामले का पुलिस ने पूरी तरह से सुलझा लेने का दावा किया है। घटना में स्थानीय के साथ
अररिया फोटो:एसडीपीओ पीसी में जानकारी देते


अररिया 26 नवम्बर(हि.स.)।

फारबिसगंज के दीनदयाल चौक स्थित किराना के थोक विक्रेता ओम एजेंसी से हथियारबंद अपराधियों के द्वारा 20 नवम्बर को 8.21 लाख रूपये की हुए लूटकांड मामले का पुलिस ने पूरी तरह से सुलझा लेने का दावा किया है।

घटना में स्थानीय के साथ दूसरे जिले के अंतरजिला अपराधी भी शामिल थे।मामले में पुलिस ने अब तक दो लाइनर समेत एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी के पास से लूटी राशि में से उनके हिस्से आई एक लाख रूपये में से पुलिस ने 80 हजार रूपये की बरामदगी का दावा किया है।

घटना में लाइनर की भूमिका में जहां दो स्थानीय बदमाश थे, वहीं लूटकांड में पांच बदमाश शामिल थे।

बुधवार को फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।

एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले भागकोहलिया के नरेश मंडल को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वहीं दूसरा लाइनर भागकोहलिया के ही वार्ड संख्या चार के रहने वाले धर्मेन्द्र कुमार पिता स्व.सुरेश मंडल को गिरफ्तार किया गया है।

धर्मेन्द्र कुमार द्वारा स्वीकारोक्ति बयान में अपराधियों के बारे में दिए गए जानकारी के आधार पर मधेपुरा के अरार थाना क्षेत्र के महाराजगंज वार्ड संख्या 15 निवासी बाबुल कुमार पिता नवल यादव को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने बाबुल कुमार के पास से लूटी राशि में से 80 हजार रूपये की बरामदगी की। बाबुल कुमार ने बताया कि लूटी राशि में से उन्हें एक लाख हिस्सा मिला था, जिसमें उन्होंने 20 हजार रूपये खर्च कर दिए। एसडीपीओ ने दावा किया कि घटना का पूरी तरह उद्भेदन कर लिया गया है और घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए मधेपुरा, सुपौल, साहेबगंज सहित अन्य ठिकानों पर पुलिस छापेमारी कर रही है।जल्द ही अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी का दावा किया गया।

एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा और थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज, गुप्त सूचना तंत्र और स्थानीय खुफिया इनपुट के आधार पर मामले की खुलासे की बात कही।

छापामारी दल में थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, अपर थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार गुप्ता, सब इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार मिश्रा, विजय कुमार, आकाश कुमार, काजल कुमारी, एएसआई दीपक कुमार शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर