चीनी मिल के जहरीले पानी पर प्रशासन सक्रिय,कई जगहों से लिया गया सैंपल
पूर्वी चंपारण, 26 नवंबर (हि.स.)। सुगौली चीनी मिल से निकलने वाले जहरीले, बदबूदार और सड़े हुए पानी की शिकायत लगातार मिल रही थी। स्थानीय लोगों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए इस मुद्दे को प्रमुखता से कई अखबारों ने खबर को प्रसारित किया, जिसके बाद प्रशासन
चीनी मिल से निकले दूषित पानी


पानी का सैंपल लेते विभागीय अधिकारी


पूर्वी चंपारण, 26 नवंबर (हि.स.)। सुगौली चीनी मिल से निकलने वाले जहरीले, बदबूदार और सड़े हुए पानी की शिकायत लगातार मिल रही थी। स्थानीय लोगों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए इस मुद्दे को प्रमुखता से कई अखबारों ने खबर को प्रसारित किया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने जांच टीम को नियुक्त कर प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण शुरू करा दिया है।

बुधवार को पीएचईडी विभाग, सुगौली प्रशाखा के जूनियर इंजीनियर सचिन कुमार ने चीनी मिल के आसपास स्थित कई चापाकलों और नल-जल कनेक्शनों का मुआयना किया। उन्होंने फुलवरिया पंचायत के पाण्डेय टोला स्थित विन्दा साह के चापाकल, वार्ड नंबर दो निवासी बैरिस्टर महतो के घर के नल-जल कनेक्शन, नगर के कनिहार मोहल्ले में धनंजय पूरी के चापाकल तथा नगर वार्ड नंबर चार बहुरूपिया मोहल्ले में मुकेश प्रसाद के चापाकल से पानी सैंपल के रूप में लिया।

इन सभी स्थानों से लिए गए पानी के नमूनों को विभागीय जेई सचिन कुमार अपने साथ जांच हेतु लेकर गए। उन्होंने बताया कि पेयजल का शुद्ध होना अनिवार्य है, इसलिए वैज्ञानिक पैमानों पर इसका परीक्षण किया जाएगा। पानी में पीएच वैल्यू, टीडीएस स्तर, गंदापन, एलकलीनिटी सहित अन्य महत्वपूर्ण मानकों की जांच की जाएगी। जेई के अनुसार चार अलग-अलग स्थानों से नमूना लिया गया है और 72 घंटे के भीतर इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।

स्थानीय लोगों का कहना है कि चीनी मिल के अपशिष्ट पानी के कारण पेयजल स्रोत प्रभावित हो रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासनिक कार्रवाई शुरू होने से लोगों में उम्मीद जगी है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकलेगा और दूषित पानी की समस्या से राहत मिलेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार