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कोरबा/जांजगीर-चांपा, 25 नवंबर (हि. स.)। पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चांपा के निर्देशन में नए आपराधिक कानूनों के सुचारू एवं प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से आज मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सीसीटीएनएस प्रशिक्षण कक्ष में एक दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में जिले के सभी थाना/चौकी प्रभारी, सीसीटीएनएस ऑपरेटर एवं कुल 50 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य संबोधन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तन लेकर आए हैं। इन कानूनों में पीड़ितों के अधिकारों को मजबूती, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों पर कठोर दंड का प्रावधान तथा पुलिसिंग में तकनीकी प्रक्रियाओं का विस्तार शामिल है। उन्होंने कहा कि घटना स्थल निरीक्षण, तलाशी, जप्ती, वीडियोग्राफी और डिजिटल ट्रैकिंग जैसी नई तकनीकी प्रक्रियाएं अब पुलिस कार्य का अनिवार्य हिस्सा होंगी, जो अपराध अनुसंधान को अधिक पारदर्शी और सशक्त बनाएंगी।
अपराधिक प्रकरणों में 60 एवं 90 दिनों के भीतर चालान प्रस्तुत करने की अनिवार्यता और इन मामलों की लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम के संचालन संबंधी विस्तृत प्रशिक्षण भी प्रदत्त किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कश्यप ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन प्रावधानों का कड़ाई से पालन प्रत्येक पुलिस अधिकारी की सामूहिक जिम्मेदारी है तथा देरी और त्रुटियों को रोकने के लिए सभी को तकनीकी रूप से दक्ष होना आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि लंबित अपराधों की समीक्षा अब थाना प्रभारी स्वयं पोर्टल के माध्यम से कर सकेंगे, जिससे कार्यप्रणाली और भी पारदर्शी और समयबद्ध होगी।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर प्रद्युमन पांडे (कंप्यूटर साइंस), डीएसपी मुख्यालय विजय पैकरा, एसडीओपी अकलतरा प्रदीप सोरी, रक्षित निरीक्षक प्रदीप कुमार जोशी तथा प्रधान आरक्षक राकेश खाखा (सीसीटीएनएस शाखा प्रभारी) सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस विभाग का यह प्रयास जिले में नई कानूनी प्रक्रियाओं को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ हरीश तिवारी
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी