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सीतापुर, 25 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सभी धार्मिक नगरों को संवारने का काम कर रही है। अयोध्या, मथुरा, काशी व देवीपाटन धामों में विकास के बाद 88 हजार ऋषियों की तपोभूमि नैमिषारण्य के समग्र विकास पर ध्यान दे रही है। नैमिषारण्य में 1 वर्ष से लगातार इस पर काम हो रहा है। मंगलवार को क्षेत्र के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी ने किया।
जिलाधिकारी डाॅ. राजागणपति आर. ने नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद द्वारा संचालित कई महत्वपूर्ण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्हाेंने साफ कहा परियोजनाओं की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं होगा, सभी कार्य निर्धारित समय में हर हाल में पूरे कराए जाएं। उन्होंने 84 कोसी परिक्रमा मेले के प्रथम पड़ाव ग्राम कोरौना में सौन्दर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्य, मिश्रिख विकास खंड के ग्राम पनाह नगर में गोमती तट स्थित नीलकण्ठ महादेव मंदिर परिसर के पर्यटन विकास कार्य तथा नैमिषारण्य तपोभूमि में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए प्रस्तावित शयनगृह निर्माण की प्रगति देखी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य निर्धारित कार्ययोजना के अनुरूप और पूर्ण गुणवत्ता के साथ समयसीमा में पूरे हों। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है कि पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसलिए सभी विकास कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा किया जाए।
इस दौरान पर्यटन सूचना अधिकारी संजय भंडारी, कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि और पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारी माैजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma