एसआईआर के बाद हालात भयावह होने की आशंका, लोगों को सहायता देने के लिए सरकार मैदान में उतरेगी : ममता बनर्जी
कोलकाता, 25 नवंबर (हि. स.)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की पहली चरण की प्रक्रिया चार दिसंबर को समाप्त होगी और नौ दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आशंका जताई कि मसौदा सूची जारी होने
ममता बनर्जी रैली


कोलकाता, 25 नवंबर (हि. स.)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की पहली चरण की प्रक्रिया चार दिसंबर को समाप्त होगी और नौ दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आशंका जताई कि मसौदा सूची जारी होने के बाद हालात भयावह हो सकते हैं।

बनगांव में आयोजित पार्टी सभा में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उस समय सीधे मैदान में उतरकर लोगों को आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने में मदद करेगी ताकि किसी को भी प्रमाणपत्र और आवश्यक कागजात प्राप्त करने में कठिनाई न हो।

ममता ने कहा कि मसौदा सूची जारी होते ही परेशानी साफ नजर आएगी, क्योंकि बूथ स्तरीय अधिकारियों को भारी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कई क्षेत्रों में इंटरनेट उपलब्ध नहीं है जिसके कारण बीएलओ एन्यूमरेशन फार्म अपलोड नहीं कर पा रहे हैं और कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित प्रक्रिया में नाम गलत स्थान पर दर्ज होने की शिकायतें सामने आ रही हैं।

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को लगभग 25 हजार नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक कर एसआईआर के दूसरे चरण को और अधिक महत्वपूर्ण बताया था। मंगलवार को ममता ने स्पष्ट कर दिया कि दूसरे चरण में पार्टी के साथ राज्य प्रशासन भी सक्रिय रहेगा और जाति प्रमाणपत्र सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने में लोगों की सहायता करेगा। सभा के बाद ममता ने लगभग चार किलोमीटर लंबा पदयात्रा मार्ग पूरा किया।

मुख्यमंत्री ने हाल ही में सम्पन्न बिहार विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां एसआईआर के बाद 60 लाख नाम मतदाता सूची से हट गए थे और इसका प्रभाव चुनाव परिणामों में दिखा। ममता ने चेतावनी दी कि बंगाल बिहार नहीं है और भाजपा बंगाल पर कब्जा करने के लिए बेताब है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें निशाना बनाया गया तो वे पूरे देश में आंदोलन छेड़ देंगी और चुनावों के बाद देशभर में घूमकर इसका जवाब देंगी।

ममता ने बिना नाम लिए मुख्य चुनाव आयुक्त और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि इतनी कम समय सीमा में एसआईआर प्रक्रिया क्यों शुरू की गई। मतुआ समुदाय के मुद्दों पर भी उन्होंने केन्द्र सरकार और स्थानीय भाजपा सांसद पर हमला बोला। ममता ने आरोप लगाया कि मतुआ महासंघ के कार्ड पैसे के बदले बांटे जा रहे हैं और इस प्रक्रिया में जुड़े कुछ लोग विदेश यात्रा कर रहे हैं ताकि अपने लिए सुरक्षित रास्ता ढूंढ सकें। ममता ने कहा कि यदि किसी ने अन्याय किया है तो गिरफ्तारी की मांग तृणमूल भी करेगी।

दिघा में जगन्नाथ धाम के निर्माण के बाद ममता ने घोषणा की थी कि अब कोलकाता में दुर्गांगन बनाया जाएगा। मंगलवार को उन्होंने कहा कि दिसंबर या जनवरी में दुर्गांगन का आधारशिला रख दी जाएगी। इसी के साथ उन्होंने सिलीगुड़ी के निकट महाकाल मंदिर के लिए 25 एकड़ और चार एकड़ भूमि को मंजूरी दिए जाने की जानकारी भी सार्वजनिक की।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर