हिमाचल में बड़ा एंटी-ड्रग एक्शन: एक दिन में 41 शिक्षण संस्थान व 598 दुकानें खंगालीं, 12 एफआईआर व 385 चालान
शिमला, 25 नवंबर (हि.स.)। नशे के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को सबसे व्यापक कार्रवाई देखने को मिली, जब पुलिस ने एक ही दिन में प्रदेश भर में शैक्षणिक परिसरों और उनके आसपास के क्षेत्रों में एक साथ तलाशी अभियान चलाया। मुख्यमंत्री द्वारा 15 नवम्बर क
हिमाचल में बड़ा एंटी-ड्रग एक्शन: एक दिन में 41 शिक्षण संस्थान व 598 दुकानें खंगालीं, 12 एफआईआर व 385 चालान


शिमला, 25 नवंबर (हि.स.)। नशे के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को सबसे व्यापक कार्रवाई देखने को मिली, जब पुलिस ने एक ही दिन में प्रदेश भर में शैक्षणिक परिसरों और उनके आसपास के क्षेत्रों में एक साथ तलाशी अभियान चलाया। मुख्यमंत्री द्वारा 15 नवम्बर को शुरू की गई प्रदेशव्यापी एंटी-चिट्टा ड्राइव को निर्णायक गति देते हुए यह कार्रवाई 25 नवम्बर को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित की गई।

प्रदेश पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि अभियान के दौरान सभी 12 जिलों में 41 शैक्षणिक संस्थानों के कैंपस, छात्रावासों, आवासीय ब्लॉकों, पार्किंग स्थलों और संवेदनशील स्थानों की गहन तलाशी ली गई। तलाशी पूरी तरह पारदर्शी रही और संस्थानों के प्रबंधन की देखरेख में की गई। हॉस्टलों और अन्य आवासीय परिसरों में रहने वाले छात्रों/इनमेट्स के मोबाइल फोन भी विधि-सम्मत प्रक्रिया से जांचे गए, ताकि नशे से जुड़े किसी डिजिटल संपर्क, लेन-देन या संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया जा सके।

प्रवक्ता ने कहा कि शैक्षणिक परिसरों के बाहर पुलिस ने बड़ा दायरा बनाते हुए 598 दुकानों, खोखों, विक्रेताओं और स्थानीय टैक्सियों की तलाशी एवं सत्यापन किया। सप्लाई-चेन, अवैध नेटवर्क और छात्रों तक पहुंचाई जा रही किसी भी संदिग्ध सामग्री की पहचान इस विशेष जांच का मुख्य उद्देश्य रहा।

उन्होंने कहा कि कार्रवाई के परिणाम भी उल्लेखनीय रहे, जहाँ अनियमितताएं पाई गईं, वहां कुल 12 अभियोग (एफआईआर) दर्ज किए गए और 385 चालान किए गए। कई स्थानों पर संदिग्ध व्यक्तियों की प्रोफाइलिंग की गई तथा आवश्यकतानुसार तत्काल कानूनी कदम उठाए गए।

अभियान के दौरान पुलिस ने कई नए संवेदनशील बिंदु भी चिह्नित किए। शैक्षणिक संस्थानों को सुरक्षा मजबूत करने, रोकथाम उपायों को लागू करने और परिसर आधारित सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए। विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए जागरूकता गतिविधियाँ भी कराई गईं।

हिमाचल प्रदेश पुलिस ने दोहराया कि नशे के खिलाफ उसकी शून्य-सहिष्णुता नीति आगे भी और अधिक कड़ाई से लागू की जाएगी। विभाग ने छात्रों, अभिभावकों और आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल नजदीकी थाना या टोल-फ्री हेल्पलाइन पर दें ताकि युवा पीढ़ी को नशे के खतरे से सुरक्षित रखा जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा