गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में इनोवेशन बूट कैंप और एग्ज़िबिशन आयोजित
जम्मू, 25 नवंबर (हि.स.)। कैनाल रोड स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन के इंस्टीट्यूशन की इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की ओर से एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन एज़ करियर अपॉर्चुनिटीज़ विषय पर एक इनोवेशन बूट कैंप-कम-एग्ज़िबिशन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कॉ
गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में इनोवेशन बूट कैंप और एग्ज़िबिशन आयोजित


जम्मू, 25 नवंबर (हि.स.)। कैनाल रोड स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन के इंस्टीट्यूशन की इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) की ओर से एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन एज़ करियर अपॉर्चुनिटीज़ विषय पर एक इनोवेशन बूट कैंप-कम-एग्ज़िबिशन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. ज्योति परिहार की देखरेख में संपन्न हुआ। डॉ. परिहार ने छात्रों को संबोधित करते हुए आधुनिक दौर की आवश्यकताओं को देखते हुए क्रिएटिविटी, क्रिटिकल थिंकिंग और एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट विकसित करने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में मुखलिस अली असिस्टेंट डायरेक्टर, डीईएसीसी जम्मू और नवदीप कौर, करियर काउंसलिंग ऑफिसर, डीईएसीसी जम्मू उपस्थित रहे। मुखलिस अली ने छात्रों को सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्ट-अप कल्चर की अहमियत के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया और जम्मू-कश्मीर में उपलब्ध यूथ स्टार्ट-अप लोन स्कीम सहित कई सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर छात्रों को नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।

नवदीप कौर ने करियर विकल्पों, स्किल डेवलपमेंट, रोजगार की जरूरतों और सरकार द्वारा उपलब्ध काउंसलिंग सेवाओं के बारे में छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने व्यक्तिगत कौशल को नए अवसरों से जोड़ने तथा कैपेसिटी-बिल्डिंग की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी को आवश्यक बताया। बूट कैंप के साथ-साथ कॉलेज की साइंस लैब में बायो-साइंसेज विभाग द्वारा एक इनोवेशन एग्ज़िबिशन भी आयोजित की गई। विभागाध्यक्ष प्रो. सुनंदा रानी की देखरेख में लगे इस प्रदर्शनी में छात्रों ने कई नवाचारी वैज्ञानिक मॉडल प्रस्तुत किए, जिनमें उनकी रचनात्मकता और समस्या-समाधान क्षमता स्पष्ट झलकी।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. प्रियंका महाजन (कन्वीनर, आइआइसी) के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने आइआइसी के विज़न और छात्रों में नवाचार व उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन डॉ. शुभ्रा जामवाल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। पूरे कार्यक्रम का समन्वय प्रो. प्रियंका महाजन ने किया, जबकि आइआइसी के सदस्य डॉ. शुभ्रा जामवाल और प्रो. चंचल सिंह ने आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा