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लखनऊ, 25 नवंबर (हि.स.)। “रोज़गार दो–सामाजिक न्याय दो” अभियान का अभी समापन नहीं बल्कि आरम्भ हुआ है। अब यह पदयात्रा पूरे उत्तर प्रदेश में आठ चरणों में चलेगी। पहला चरण 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक रामपुर, मुरादाबाद और अमरोहा जिलों में निकाला जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लखनऊ पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस कर दी।
उन्होंने जनता से अपील की है कि जो लोग पिछली यात्रा में शामिल नहीं हो पाए, वे इस यात्रा से जुड़ें और मिस्ड कॉल नंबर 75000 40004 पर कॉल कर अपना पंजीकरण कराएं। संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की तानाशाही और एसआईआर जैसे चुनावी घोटालों के खिलाफ लड़ाई लगातार जारी रहेगी और संसद के शीतकालीन सत्र में आम आदमी पार्टी इसे पूरी ताकत से उठाएगी।
एसआईआर को देश का सबसे बड़ा चुनावी घोटाला बताते हुए आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश और कई राज्यों में एसआईआर के नाम पर 17 बीएलओ की जान जा चुकी है, 563 लोगों को नोटिस भेजे गए, 181 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नौकरी खत्म कर दी गई और हजारों परिवार भय और उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव डेढ़ साल बाद होने हैं तो सरकार को एक ही महीने में पूरा एसआईआर क्यों चाहिए? क्या यह चुनाव सुधार है या विपक्ष और वंचित समाज को वोटर लिस्ट से साफ करने की सुनियोजित साजिश? संजय सिंह ने कहा कि बेरोजगारी, पेपर लीक, सामाजिक न्याय पर सरकार जानबूझकर चुप है और नकली मुद्दों के जरिए जनता को भ्रमित करना चाहती है।
संजय सिंह ने 13 दिनों तक चली “रोज़गार दो–सामाजिक न्याय दो” पदयात्रा का विवरण देते हुए बताया कि यह यात्रा छात्रों, नौजवानों, मनरेगा मजदूरों, बुनकरों, आशा बहुओं, वितरित शिक्षकों, रोजगार सेवकों तथा समाज के हर तबके से मिले व्यापक समर्थन के कारण एक बड़े जनआंदोलन में बदल गई। प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा मिला अभूतपूर्व समर्थन, जगह-जगह जनता का स्वागत और हजारों लोगों की सक्रिय भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि बेरोजगारी और सामाजिक न्याय आज उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी चिंताएं बन चुकी हैं। संजय सिंह ने कहा कि जब सरकार स्कूलों को बंद होने दे, अस्पतालों में मोमबत्ती की रोशनी में ऑपरेशन हों और पेपर लीक पर आवाज उठाने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज हो—तब जनता के असली मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरना ही लोकतांत्रिक कर्तव्य बन जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा