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- अब सरकार का ध्यान शीतकालीन यात्रा और उसकी व्यवस्थाओं पर
देहरादून, 25 नवंबर (हि.स.)। पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ चारधाम यात्रा के समापन पर कहा कि पूर्व की भांति इस बार भी चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। उन्होंने कहा कि चारधामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 51 लाख पहुंच गया।
मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रा व्यवस्था में लगे सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, तीर्थ-पुरोहितों, होटल व्यवसायियों, स्वयंसेवी संस्थाओं और यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने वाले ट्रांसपोर्टरों सहित यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब सरकार का पूरा ध्यान शीतकालीन यात्रा और उसकी व्यवस्थाओं पर है।
अब चारधामों की पूजा-अर्चना शीतकालीन प्रवास स्थलों पर होगी, जहां पर श्रद्धालु शीतकालीन यात्रा में पूजा पाठ कर दर्शनों का लाभ उठा सकते हैं।
महाराज ने कहा कि उत्तराखंड की शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए 06 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से देश-विदेश के श्रद्धालुओं को शीतकालीन यात्रा पर उत्तराखंड आने के लिए प्रेरित किया था। इसके परिणाम स्वरूप शीतकालीन यात्रा को नई पहचान मिली। शीतकालीन यात्रा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड आएंगे। बड़ी संख्या में पर्यटक भी प्रदेश के शीतकालीन पर्यटक गंतव्यों का रुख करेंगे।
उन्होंने कहा कि 24 अक्टूबर से शीतकालीन चारधाम यात्रा का श्री गणेश हो चुका है। यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पूर्व में ही सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पर्यटन विभाग विभिन्न जिलों में नई व्यवस्थाएं विकसित कर रहा है। इस यात्रा का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना, स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और सालभर रोजगार के अवसर सृजित करना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार