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कोलकाता, 24 नवम्बर (हि.स.)। विशेष गहन पुनरीक्षण अभ्यास के दौरान बीएलओ द्वारा क्यूआर कोड स्कैन करने और प्रपत्र अपलोड करने में आ रही नेटवर्क समस्याओं को देखते हुए पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज अग्रवाल सभी दूरसंचार कंपनियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। आयोग के एक अधिकारी के अनुसार इस बैठक में वेबसाइट के सर्वर संबंधी दिक्कतों पर भी विस्तार से चर्चा होगी।
बीएलओ लगातार यह शिकायत कर रहे हैं कि एसआईआर के काम में अत्यधिक दबाव के बीच उन्हें ऑनलाइन सूचनाएं अपलोड करने में कठिनाई हो रही है। कई इलाकों में उचित कनेक्टिविटी न मिलने से प्रपत्र अपलोड करने में देर लग रही है, जिसके कारण समय-सीमा को लेकर उन पर और अधिक दबाव बढ़ रहा है।
इस परिस्थिति को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने नेटवर्क संबंधी समस्याओं का स्थायी समाधान खोजने का निर्णय लिया है। आयोग ने दूरसंचार कंपनियों को तलब कर नेटवर्क की गुणवत्ता, अपलोड स्पीड और सर्वर स्थिरता को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कदमों की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि एसआईआर के दौरान कार्यभार बढ़ने से बीएलओ के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। हाल ही में दो महिला बीएलओ ने कथित रूप से काम के दबाव में आत्महत्या कर ली, जबकि कई लोग प्रक्रिया के बीच बीमार पड़ गए। इन घटनाओं के बाद आयोग ने जिला प्रशासन को अगले सप्ताह से बीएलओ को बकाया पारिश्रमिक का भुगतान शुरू करने का निर्देश दिया है ताकि उन पर आर्थिक और मानसिक दबाव न बढ़े।
इधर, पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया को तुरंत रोकने की मांग की थी। सूत्रों के अनुसार दिल्ली से राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बीएलओ की समस्याओं की विस्तृत जांच करने और वेबसाइट की तकनीकी खामियों को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश मिले हैं। इसी के बाद सीईओ ने दूरसंचार कंपनियों के साथ बैठक बुलाने का निर्णय लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर