Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

हरिद्वार, 23 नवंबर (हि.स.)। लक्सर-हरिद्वार नेशनल हाईवे 334 ए के किनारे दिनोंदृदिन बढ़ रही गंदगी, कूड़ा-करकट और गोबर के ढेरों को लेकर प्रशासन ने अब सख्त रुख अपना लिया है। हाईवे की सुंदरता बिगड़ने और पर्यावरण प्रदूषण बढ़ने की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद बुधवार 20 नवंबर को एसडीएम हरिद्वार जितेंद्र कुमार ने एनएच किनारे बसे गांवों के ग्राम प्रधानों को तलब कर बैठक ली।
बैठक में एसडीएम जितेंद्र कुमार ने साफ कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे जमा कूड़ा, उपले और कबाड़ न सिर्फ सौंदर्यकरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि राहगीरों के लिए दुर्गंध व असुविधा भी पैदा कर रहे हैं। उन्होंने ग्राम प्रधानों को निर्देशित किया कि जिस क्षेत्र में उनके गांव की सीमा लगती है, वहां हाईवे किनारे पड़े सभी कूड़े का तुरंत निस्तारण कराया जाए। एसडीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि निर्धारित समय में कचरा नहीं हटाया गया तो प्रशासन स्वयं जेसीबी लगाकर सफाई कराएगा और संबंधितों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
टिक्कमपुर के ग्राम प्रधान वीरेंद्र राठौड़ और मोहम्मदपुर कुनारी के ग्राम प्रधान इस्तकार अहमद ने बताया कि एसडीएम के निर्देशों के बाद ग्रामीणों को लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट कर अवगत करा दिया गया है। ग्रामीणों को चेतावनी जारी की गई है कि वे हाईवे किनारे डाले गए गोबर, उपले, कबाड़ और अन्य अवशेष तत्काल हटा लें। उन्होंने कहा कि समयसीमा पूरी होने के बाद यदि कोई गंदगी हटाता नहीं पाया गया, तो प्रशासनिक कार्रवाई तय है।
ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीडीओ) टिक्कमपुर खेम सिंह नेगी ने भी ग्रामीणों को सख्त हिदायत दी है कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति एनएच के किनारे किसी भी प्रकार का कचरा, गोबर, अवशेष या निर्माण सामग्री न फेंके। उन्होंने कहा कि चेतावनी के बाद भी दोबारा गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाने से लेकर कानूनी कार्रवाई तक की जाएगी। प्रशासन की इस सख्ती के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि लक्सर-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर फैली अव्यवस्था पर जल्द ही अंकुश लगेगा और मार्ग फिर से साफ-सुथरा दिखाई देगा।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला