अनूपपुर: हम सब एक बताने का प्रयास, कांग्रेस नेताओं की साझा की तस्वीर, लोग उठा रहे सवाल?
अनूपपुर, 23 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के वरिष्ठ और समर्पित नेताओं ने जनता को पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक चल रहा है, यह दिखाने के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं की एक साझा तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, इस तस्वीर में कांग्रेस के व
सोशल मीडिया पर साझा तस्वीर वायरल


अनूपपुर, 23 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के वरिष्ठ और समर्पित नेताओं ने जनता को पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक चल रहा है, यह दिखाने के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं की एक साझा तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, इस तस्वीर में कांग्रेस के विधायक फुन्देलाल सिंह ,पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश सिंह, कोतमा पूर्व विधायक सुनील सराफ, आशीष त्रिपाठी और पिछड़ा वर्ग कांग्रेस जिला अध्यक्ष रजन कुमार राठौर एक साथ दिख रहे हैं। हालांकि, इस तस्वीर को लेकर लोगों का कहना है कि यह अंदरखाने गुटबाज़ी, टांग खींचाई और वर्चस्व को लेकर चल रही खींचतान को छिपाने का प्रयास है। तस्वीर को लेकर लोगों के बीच चर्चाओं का भी दौर शुरू हो गया है। सोशल मीडिया में इसे लेकर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे। लोगों ने कहां कि यह महज कोई संयोग हो सकता है कि किसी यात्रा के दौरान कही मुलाकात हो गई हो, तो कोई कहता हैं की यह तस्वीर संदेह पैदा कर रही है कप्यूटर तकनीकी का इस्तेमाल कर तो नहीं बनाया गया है।

कुछ लोगों का कहना है कि यह तस्वीर महज एक दिखावा है और अंदरखाने गठबंधन में तनाव है। कांग्रेसजनों का मानना है कि यह एकता का प्रतीक है, कांग्रेस पार्टी अपने नेताओ कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के साथ मिलकर मुद्दों के लिए तैयार है। यह भी कहा कि इस तस्वीर से जनता को गुमराह किया जा रहा है, और असली मुद्दों गुटबाजी से ध्यान भटकाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी एक बड़ा मुद्दा है, जिससे पार्टी की एकता और मजबूत नेतृत्व की कमी होती है। भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता और मजबूत संगठन कांग्रेस के लिए चुनौती है। अनूपपुर में स्थानीय मुद्दों जैसे कि रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क की खराब स्थिति कांग्रेस के लिए चुनौती हैं, पार्टी को दिशा नहीं मिल पा रही है। भाजपा की आक्रामक रणनीति कांग्रेस के लिए चुनौती है इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कांग्रेस को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देना होगा।

अपनी अपनी राह

अनूपपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के पहल जिले भर में नेताओ की सक्रियता ने पूरे पार्टी की तस्वीर बदल कर रख दी थी सब नेता कार्यकर्ता भले ही वे किसी भी गुट या समर्थक रहे हो पार्टी की गतिविधियों और जनसम्पर्क में सुपर एक्टिव थे जिले में पार्टी के पक्ष में माहौल बनने लगा था कार्यकर्त्ता निराशा से बाहर आ कर सामाजिक ताने बाने ,समर्थन विरोध पर खुलकर चर्चा कर रहे थे। लेकिन जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद के परिणाम ने गुटीय राजनीती की बिसात बिछा दी। पूर्व अध्यक्ष रमेश सिंह ने अनूपपुर विधानसभा को अपना कर्म क्षेत्र मानकर गाँव चलो अभियान शुरू किया जनसम्पर्क में जुट गए उन्हें क्षेत्र लोगो का भरपूर स्नेह और समर्थन भी मिला। सुनील सराफ जनता के बीच किसी न किसी मुद्दे को लेकर मजबूत स्थिति दर्ज कराते रहे तीन बार लगातार विधायक रहे फुंदेलाल सिंह जिनके जीत का अंतर लगातार घट रहा था घटते जनाधार की तरफ इशारा करता रहा है। अनूपपुर जिला अध्यक्ष के चुनाव में उनकी भूमिका ने कांग्रेस में उन्हें गुटीय राजनीती का बड़ा चेहरा बना दिया। दूसरी तरफ भाजपा की रणनीति, युवा चेहरा हीरा सिंह श्याम को जिले की कमान देकर फुन्देलाल सिंह के सामने जबरदस्त चुनौती दे डाली।

मुलाकात महज़ संयोग नहीं

बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार ने कांग्रेस पार्टी को आत्मचिंतन पर मजबूर कर दिया है, बहरहाल इस तस्वीर में कांग्रेस के शीर्ष नेता एक साथ दिखाई दे रहे हैं और बताने की कोशिश की गई है, हम सबके हैं,हम सब एक हैं। कांग्रेस की करारी हार से परेशान कांग्रेसियों ने एक मंच पर आकर अपनी चिंताएं साझा की हैं। बिहार चुनाव में महागठबंधन को उम्मीद से कम सीटें मिली हैं, जिससे पार्टी के अंदरखाने में निराशा है। कांग्रेस ने 2020 के चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 19 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार के चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है। एनडीए की जीत ने न केवल बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू किया है बल्की इसका असर दूसरे राज्यों की राजनीति पर भी पड़ने लग है और अब सबकी निगाहें मध्य प्रदेश के चुनावों पर है। मध्य प्रदेश कांग्रेस को अपनी रणनीति में बड़ा परिवर्तन करना होगा। कांग्रेस नेता गुटबाजी के साथ सीटों के तालमेल में समस्या को हार का एक बड़ा कारण मान रहे हैं, संभवतः पार्टी ने संतुष्टि की नीति अपनाते हुए गुटबाजी कम करने पर सहमति जताई है, ताकि पार्टी मजबूत बनी रहे।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुडडू चौहान का कहना है कि यह तस्वीर एकता और साझेदारी का प्रतीक है, और पार्टी नेताओ कार्यकर्ताओ के साथ मिलकर आगामी चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका आपसी मतभेद और पद को लेकर कोई समस्या नहीं है,अगर कोई नाराज है भी तो जल्द ही इसका समाधान भी निकाल लिया जाएगा। प्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी आ रहे हैं, क्षेत्र की जनता कॉंग्रेस की एकजुटता को देखेगी कि किस तरह हम सब एक है। वायरल तस्वीर के सवाल पर कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है आगे भी हम सब मिलकर जनता के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरेंगे चुनाव में हार जीत फिलहाल हमारा मुद्दा नहीं है जनता के मुद्दे ही पार्टी का मुद्दा है। हर स्थिति से निपटने के लिए, कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता एकजुट होकर भविष्य की रणनीति बनाने पर जोर दे रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला