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—आतंकवाद के खिलाफ की नारेबाजी,आतंकी विस्फोट में तीन अधिवक्ता समेत 9 लोगों की हुई थी मौत
वाराणसी,23 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी कचहरी में रविवार को आतंकी ब्लास्ट की 18वीं बरसी मनाई गई। बनारस बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की अगुवाई में घटनास्थल पर जुटे अधिवक्ताओं ने नम आंखों से आतंकी हमले में मारे गए अधिवक्ताओं और वादकारियों को नमन कर मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहीद अधिवक्ता भोला सिंह अमर रहे, शहीद ब्रह्मप्रकाश शर्मा अमर रहे, शहीद बुद्धि राज पटेल अमर रहे और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। बनारस बार के अध्यक्ष अधिवक्ता सतीश तिवारी, महामंत्री अधिवक्ता शशांक श्रीवास्तव और बार के पूर्व महामंत्री अधिवक्ता नित्यानंद राय ने आतंकी दंश के 18 साल बाद भी आरोपियों के न पकड़े जाने पर आक्रोश जताया और जिला जज को लिखित प्रत्यावेदन देकर जांच सीबीआई को देने और कचहरी की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले करने की मांग भी की। बार के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 18 वर्ष पूर्व आज के ही दिन लखनऊ, फैजाबाद (अब अयोध्या) के अलावा वाराणसी कचहरी व कलेक्ट्रेट में सीरियल बम ब्लास्ट हुआ था। 23 नवंबर 2007 को हुए आतंकी हमले में तीन अधिवक्ताओं भोला सिंह, ब्रह्म प्रकाश शर्मा व बुद्धिराज वर्मा सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। उन्होंने कहा कि बनारस कचहरी के गुनहगारों को चिह्नत करने और उन्हें कानून के फंदे में लाने में सभी सरकारें नाकाम रहीं। इस आतंकी घटना की जांच पहले पुलिस फिर बाद में आतंकवाद निरोधक दस्ते को सौंपी गई थी।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी