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हिसार, 23 नवंबर (हि.स.)। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के भूगोल विभाग के विद्यार्थियों ने शिमला में फील्ड सर्वे किया। यह विभाग की ओर से
विद्यार्थियों का पहला शैक्षणिक दौरा था, जिसमें विद्यार्थियों ने ‘शिमला में पर्यटन
के पारिस्थितिक एवं सामाजिक-आर्थिक प्रभाव’ विषय पर विस्तृत अध्ययन किया।
कुलपति प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई ने भूगोल विभाग द्वारा आयोजित इस शैक्षणिक
फील्ड सर्वे की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी यात्राएं विद्यार्थियों में अनुसंधान-क्षमता,
अवलोकन-कौशल तथा वास्तविक जीवन की समस्याओं को समझने की क्षमता को विकसित करती हैं।
उन्होंने कहा कि शिमला जैसी संवेदनशील पर्यावरणीय व पर्यटनिक स्थल का सर्वेक्षण विद्यार्थियों
के लिए अत्यंत मूल्यवान अनुभव है, क्योंकि इससे उन्हें स्थल-विशेष के भौगोलिक स्वरूप,
पर्यावरणीय चुनौतियों तथा पर्यटन के सामाजिक-आर्थिक प्रभावों का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त
होता है।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विनोद कुमार बिश्नोई ने बताया कि यह फील्ड सर्वे शैक्षणिक
पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण भाग था। इस सर्वे के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल
डेटा संग्रहण की व्यावहारिक तकनीकों का अनुभव प्राप्त हुआ, बल्कि विभिन्न स्थलों का
प्रत्यक्ष अवलोकन कर उन्होंने भौगोलिक स्थानों, स्वरूपों और पर्यावरणीय स्थितियों को
भी गहराई से समझा।
प्रोफेसर राम सिंह बेनीवाल ने बताया कि इस सर्वे के दौरान विद्यार्थियों ने
सरकारी अधिकारियों, सड़क विक्रेताओं, पर्यटकों, टैक्सी चालकों, दुकानदारों और होटल मालिकों
से पर्यटन से जुड़ी विभिन्न सामाजिक-आर्थिक जानकारियां व आंकड़े एकत्रित किए। यह सर्वे
मुख्य रूप से शिमला रिज, मॉल रोड और जाखू मंदिर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर केंद्रित
रहा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर