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जयपुर, 23 नवंबर (हि.स.)। रंगशिल्प एवं पिंकसिटी प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 34वां तबला नवाज स्व. उस्ताद काले खां संगीत एवं पुरस्कार समारोह 2025 का भव्य आयोजन प्रेस क्लब सभागार में किया गया। समारोह में देशभर से आए युवा एवं गुणीजनों ने शास्त्रीय संगीत और लोक कला की मनोहारी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम चरण में गुलजार वायलिन अकादमी के युवा कलाकारों द्वारा वायलिन एवं वाद्य प्रस्तुति से हुआ। इसमें सुजान हुसैन, राहुल कुमावत, लक्ष्यता भट्ट, मानव गर्ग, लहरी कल्लम, अंकित ठठेरा, तपस्या डांगी, आन्या मित्तल, पावकी वर्मा और तन्मय जोशी ने तबला वादक ज़ेयान हुसैन (बांसुरी) के साथ राग खमाज में एक बंदिश दीपचंदी ताल में प्रस्तुत की। इसके बाद मध्य लय तीन ताल की दूसरी बंदिश और अंत में द्रुत लय में झाले के साथ समापन कर कलाकारों ने समा बांध दिया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कोलकाता की सुप्रसिद्ध उप-शास्त्रीय गायिका तान्या भादुड़ी ने राग कौशिक ध्वनि में “साजन बिना का से कटे दिन रैना” की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। इसके बाद उन्होंने राग पीलू में कजरी “बरसन लागी बदरिया सावन की” प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
इस अवसर पर तबला नवाज स्व. उस्ताद काले खां संगीत पुरस्कार 2025 से देश के ख्यातिप्राप्त ध्रुपद गायक स्व. उस्ताद सईदुद्दीन डागर को मरणोपरांत सम्मानित किया गया, जिसका सम्मान उनके सुपुत्र एवं प्रसिद्ध ध्रुपद गायक उस्ताद एस. नफीसउद्दीन एवं उस्ताद एस. अनीसउद्दीन ने ग्रहण किया। वहीं श्रेष्ठ साधक सम्मान से उस्ताद नाज़िम हुसैन (गायक-संगीतकार), अमित अनुपम (गायक-संगीतकार), रूपसिंह शेखावत (लोक नृत्याचार्य एवं गुरु) और पवन गोस्वामी (गिटार वादक एवं संगीत गुरु) को शॉल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश