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मंडी, 23 नवंबर (हि.स.)। वंचित वर्गों की सामाजिक सुरक्षा और समान अवसरों की दिशा में राज्य सरकार निरंतर सार्थक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना राज्य की उन महिलाओं के लिए नए अवसर लेकर आई है, जो विषम परिस्थितियों में अकेले जीवन यापन करने के लिए विवश हैं। मंडी जिला के करसोग उपमंडल की 12 पात्र महिलाओं को योजना के अन्तर्गत घर बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से कुल 36 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। प्रत्येक महिला लाभार्थी को तीन-तीन लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
प्रथम किस्त के रूप में 1.50 लाख रुपये की राशि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा हाल ही में अपने करसोग दौरे के दौरान इन पात्र महिलाओं को प्रदान की गई है। इस पहल से न केवल इन महिलाओं के जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा की भावना जगी है, बल्कि इन्होंने आत्मनिर्भरता की दिशा में भी सशक्त कदम आगे बढ़ाए हैं। लाभार्थी महिलाओं में अनिता कुमारी सालना, सुनीता देवी कोट, रिशा देवी खोलतू, प्रेमी देवी रेहा, सपना देवी स्नेच, चंद्रावती दगाव, रीमा देवी डोबा, खेमदासी नेहरा, प्रेम कली ममेल, कल्पना घाड़ी, कल्लू देवी बेलर और डुली देवी चलाहणी शामिल हैं। इन सभी को गृह निर्माण के लिए मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
इस योजना की लाभार्थी महिलाओं ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि राज्य सरकार उनके जीवन की विकट परिस्थितियों को इतनी गंभीरता से समझेगी। अनिता कुमारी ने कहा कि अब उन्हें, अपने व बच्चों के लिए पक्का घर होने का सपना साकार होता दिख रहा है। सुनीता देवी ने कहा कि यह योजना उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा सहारा बनी है। प्रेमी देवी व रिशा देवी ने कहा कि अब उन्हें, अपने सिर पर स्थायी छत का भरोसा मिला है, जिसके लिए वे मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और राज्य सरकार की आभारी हैं। मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना समाज के प्रति राज्य सरकार की जिम्मेदारी, संवेदना और प्रतिबद्धता का भी जीवंत उदाहरण है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा