धुबड़ी में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350वां शहीदी पर्व
धुबड़ी (असम), 23 नवम्बर (हि.स.)। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व को रविवार को धुबड़ी में पारंपरिक गरिमा और गहरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर निकाले गए भव्य नगर कीर्तन ने ऐतिहासिक ब्रह्मपुत्र नद तटवर्ती नगर को भक्ति-भाव से
धुबड़ी में रविवार को मनाए जा रहे श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वां शहीदी पर्व की तस्वीर।


धुबड़ी (असम), 23 नवम्बर (हि.स.)। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व को रविवार को धुबड़ी में पारंपरिक गरिमा और गहरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर निकाले गए भव्य नगर कीर्तन ने ऐतिहासिक ब्रह्मपुत्र नद तटवर्ती नगर को भक्ति-भाव से सराबोर कर दिया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

धुबड़ी साहिब गुरुद्वारा से प्रारंभ हुए धार्मिक जुलूस में पारंपरिक कीर्तन, श्रद्धालुओं की उत्साही भागीदारी और सेवा भावना का अद्भुत समन्वय देखने को मिला। देश-विदेश से आए सिख समुदाय के सदस्यों ने गुरुपर्व के इस आयोजन में सम्मिलित होकर गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहादत दिवस की आध्यात्मिक महत्ता को रेखांकित किया।

कार्यक्रम के दौरान सिख प्रतिनिधि बोर्ड (ईस्टर्न जाेन) के अध्यक्ष सरदार दलजीत सिंह सेठी ने बताया कि गुरुपर्व के सुचारू आयोजन के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 20-30 हजार तीर्थयात्रियों की उपस्थिति गुरु साहिब के बलिदान और मानवता के संदेश की वैश्विक गूंज को दर्शाती है।

श्रद्धालुओं की भारी आमद को ध्यान में रखते हुए धुबड़ी आने वाले यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई थी। सेठी ने बताया कि यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा और आवास उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया गया।

दिवस भर चले इस पावन आयोजन का समापन अरदास, कीर्तन और सेवा कार्यों के साथ हुआ, जिसमें गुरु तेग बहादुर साहिब की साहस, निःस्वार्थता और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा संबंधी शिक्षाओं को विशेष रूप से स्मरण किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश