ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट के नाम पर ठगी, दाे गिरफ्तार
नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। क्राइमब्रांच की साइबर सेल ने ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर चल रहे साइबर ठगी के रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान सितारगंज, उधम सिंह
ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट के नाम पर ठगी, दाे गिरफ्तार


नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। क्राइमब्रांच की साइबर सेल ने ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर चल रहे साइबर ठगी के रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान सितारगंज, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड निवासी सज्जाद अहमद (35) और उत्तम मंडल (40) के रूप में हुई है।

पकड़े गए दोनों आरोपित विदेश में बैठे साइबर ठगों को म्यूल अकाउंड (ठगी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बैंक खाते) उपलब्ध करा रहे थे। इन लोगों ने चांद इलेक्ट्रॉनिक के नाम से करंट अकाउंट खोलकर साइबर ठगों को उपलब्ध कराया। उसमें ठगी की एक मोटी रकम आई। उसके आधार पर पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश कर रही है।

क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने बताया कि 21 फरवरी 2025 को द्वारका के कारोबारी ने 2.35 करोड़ रुपये ठगी की एक शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट में निवेश का एक विज्ञापन देखा था। उन्होंने निवेश की इच्छा जाहिर की। उनको निवेश पर अच्छा मुनाफा देने का झांसा दिया गया। बाद में उनको कई ग्रुप से जोड़ा गया। धीरे-धीरे पीड़ित ने करीब 2.35 करोड़ रुपये स्टॉक मार्केट में लगा दिए। इसके बाद पीड़ित ने मुनाफे के रुपये निकालने का प्रयास किया तो पैसे नहीं निकले। बाद में आरोपितों ने पीड़ित को सभी ग्रुप से डिलीट कर दिया।

ठगी का अहसास होने पर उन्होंने शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। अपराध शाखा ने इंस्पेक्टर मनजीत कुमार व अन्यों की टीम का गठन किया। टीम ने उन खातों की पड़ताल की जिनमें ठगी की रकम गई थी। छानबीन में पता चला कि ठगी की रकम करीब 20 अलग-अलग खातों में गई थी।

जांच के बाद पुलिस ने सितारगंज, उधम सिंह नगर में छापेमारी कर दोनों आरोपितों को दबोच लिया। इन लोगों ने ठगी में अपना हाथ होने की बात स्वीकार की। आरोपितों ने बताया कि यह लोग आम लोगों को लालच देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाते हैं। बाद में उनके खातों का संचालन आरोपित साइबर ठगों को दे देते थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी