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नोएडा, 21 नवंबर (हि.स.)। वरिष्ठ नागरिकों के साथ हो रही साइबर ठगी की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए शुक्रवार को सेक्टर-108 स्थित पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय के सभागार में डिजिटल सुरक्षा मिशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य जिले के वरिष्ठ नागरिकों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें बढ़ते साइबर अपराधों, उनके तौर-तरीकों तथा बचाव के प्रभावी उपायों की जानकारी प्रदान करना था।
अपर पुलिस आयुक्त राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि जिले में साइबर अपराधों की रोकथाम तथा नागरिकों को आधुनिक साइबर खतरों के प्रति जागरूक करने के लिए डिजिटल सुरक्षा मिशन विषय पर एसबीआई कार्ड्स के साथ संयुक्त रूप से एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एसबीआई कार्ड्स की विशेषज्ञ टीम एवं साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। इसमें ऑनलाइन बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड व यूपीआई धोखाधड़ी से बचने के तरीके, ओटीपी/पासवर्ड/कार्ड विवरण साझा न करने के महत्व पर विस्तृत चर्चा, फर्जी कॉल,केवाईसी अपडेट, इनाम/लॉटरी, निवेश तथा फ्रॉड लिंक के माध्यम से होने वाले साइबर ठगी के सामान्य पैटर्न के बारे में वरिष्ठ नागरिकों को बताया गया। डिजिटल भुगतान का सुरक्षित उपयोग एवं संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत क्या कदम उठाए जाएं इसके बारे में भी विस्तार से बताया गया। साइबर हेल्पलाइन नबंर 1930 व राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) की भूमिका, साइबर सुरक्षा, फ्रॉड रोकथाम से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं तथा विभिन्न साइबर अपराधों से बचाव के संबंध में उपयोगी जानकारी साझा कर प्रतिभागियों को जागरूक किया गया। साथ ही, रामाज्ञा स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक ने साइबर सुरक्षा संदेश को सभी प्रतिभागियों तक रोचक और प्रभावशाली तरीके से पहुंचाया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों को वास्तविक मामलों के उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया कि किस प्रकार ठग तकनीकी भ्रम पैदा कर धोखाधड़ी करते हैं और किस प्रकार सतर्कता एवं जागरूकता से इनसे बचा जा सकता है।
कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था राजीव नारायण मिश्र, गृह मंत्रालय के निदेशक निशांत कुमार,पुलिस उपायुक्त साइबर शैव्या गोयल व एसबीआई कार्ड्स की प्रबंध निदेशक व सीईओ सलिला पांडे मौजूद रहीं। साइबर विशेषज्ञ अमित दुबे ने भी इस दौरान कुछ ऐसी जानकारी कार्यक्रम में मौजूद लोगों को दीं, जिनका अगर ध्यान रखा जाए तो काफी हद तक साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने यह भी आश्वस्त किया कि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा नागरिकों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए विशेष अभियान, आउटरीच कार्यक्रम व समय-समय पर प्रशिक्षण सेमिनार आयोजित किए जाते रहेंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिकों ने प्रतिभाग कर अपने अनुभव साझा किए एवं कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे, जिनका संबंधित विशेषज्ञों द्वारा समाधानात्मक उत्तर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस कमिश्नरेट का यह प्रयास समाज में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ाने एवं वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
साइबर ठगी की घटनाओं के ट्रेंड को लेकर जब मंथन किया गया तो सामने आया कि ठग डिजिटल अरेस्ट कर बुजुर्गों के साथ सबसे ज्यादा ठगी कर रहे हैं। निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर भी उन्हें ठगा जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि वरिष्ठ नागरिकों का डाटा कहीं से लीक हुआ है, जो ठगों तक पहुंच गया है। बुजुर्गों के साथ ठगी के मामले लगातार सामने आने के बाद नोएडा पुलिस ने उन्हें जागरूक करने की विस्तृत योजना बनाई। बीता माह साइबर जागरूकता से संबंधित था। ऐसे में जिले की पुलिस ने कई कार्यक्रम आयोजित किए थे। यूट्यूब पर लाइव सेशन के जरिये कई लाख लोगों को एक साथ जोड़ा गया था। स्कूली बच्चे भी कार्यक्रम का हिस्सा बने थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुरेश चौधरी