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सिवनी, 21 नवम्बर(हि.स.)। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में होनहार एवं जरूरतमंद विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में जेईई एवं नीट की निःशुल्क कोचिंग का शुभारंभ शुक्रवार को कलेक्टर शीतला पटले ने कियाा। कार्यक्रम से जिले के विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े, वहीं अनेक विद्यालयों के कक्षा 12वीं के विज्ञान संकाय के विद्यार्थी अपने-अपने विद्यालयों में लगे टीवी पर यूट्यूब लाइव के जरिये कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े।
प्राचार्य महेश गौतम ने बताया कि यह पहल उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी जो आर्थिक स्थिति या संसाधनों की कमी के कारण कोचिंग प्राप्त नहीं कर पाते। उन्होंने बताया कि जिले में कई ऐसे विद्यालय हैं जहाँ सभी विषयों के शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे विद्यालयों के विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त निःशुल्क शिक्षा पहुँचाना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है।
भविष्य में इस कोचिंग के दायरे का विस्तार करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं, सामान्य ज्ञान, गणित की बारीकियाँ, अंग्रेजी, हिंदी लेखन, तार्किक प्रश्न एवं ब्लॉक-बेस्ड प्रोग्रामिंग जैसे विषयों के लिए भी विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।
कोचिंग की कक्षाओं का सीधा प्रसारण उत्कृष्ट विद्यालय सिवनी के स्टूडियो रूम से यूट्यूब लाइव पर किया जाएगा। 22 नवंबर 2025 से प्रतिदिन शाम 3रू45 से 4रू45 बजे तक एक घंटे की कक्षाएं संचालित होंगी। अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थी भी इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
विद्यार्थियों के लिए जेईई एवं नीट पैटर्न पर आधारित ऑनलाइन मॉक टेस्ट प्रत्येक सप्ताह आयोजित किए जाएंगे। इंदौर के एक संस्थान द्वारा इन मॉक टेस्ट के लिए निःशुल्क सहयोग प्रदान किया जा रहा है। छात्रों को परीक्षा के बाद प्राप्तांक और प्रश्नों के समाधान तुरंत उनके मोबाइल या कंप्यूटर पर उपलब्ध होंगे। विद्यालय के विद्यार्थियों हेतु कोचिंग पुस्तकों के सेट क्रय किए गए हैं। साथ ही, संवाद कुंज के संपादक हिमांशु कौशल द्वारा पुस्तकों का एक संपूर्ण सेट दान दिया गया, जिसके लिए विद्यालय प्रबंधन ने आभार व्यक्त किया।
कलेक्टर शीतला पटले ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी अपने लक्ष्य का स्पष्ट निर्धारण करें। उन्होंने कहा कि सफलता और असफलता दोनों जीवन का हिस्सा हैं, और असफलता को अंत नहीं समझना चाहिए। आधार कार्ड के जनक नंदन नीलेकणी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में प्रारंभिक असफलता आगे की सफलता के लिए मार्ग प्रशस्त करती है।
कलेक्टर ने विद्यार्थियों को सॉफ्ट स्किल्स, आत्मविश्वास तथा तार्किक सोच विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को यह सोच बनानी चाहिएकृ“मैं अपने जीवन के लिए अच्छा करूंगा”, क्योंकि विद्यार्थी का विकास ही परिवार और राष्ट्र की प्रगति का आधार है।
कार्यक्रम में कोचिंग प्रदान करने वाले शिक्षक मनोज सनोडिया, विजय ठाकुर, राम ठाकुर, संतकुमार सेन, ताराचंद चंदवंशी, कल्याणा भार्गव, किरण धुर्वे, महेंद्र सोनवाने, मयंक परिहार, साक्षी बोरकर, अंकित टेम्हरे एवं त्रवेंद्र राहंगडाले उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रवि सनोदिया