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सकमा, 21 नवंबर (हि.स.)। जिला मुख्यालय सुकमा के पत्रकार भवन में आज शुक्रवार काे प्रेस वार्ता काे संबाेधित करते हुए पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि आंध्रप्रदेश में फर्जी मुठभेड़ में नक्सली हिड़मा काे मारा गया है, नक्सली लीडर देवजी ने ही उसे मरवाया है। उसने बाकी 50 लोगों को अरेस्ट करवा दिया और वह स्वयं बचकर निकल गया । अब नक्सली लीडर देवजी आंध्रप्रदेश सरकार का मेहमान बनकर रह रहा है।
मनीष कुंजाम का कहना है कि झीरम घाटी हमले में हिड़मा का हाथ नहीं था। बस्तर में हुई सारी बड़ी घटनाओं का मास्टर माइंड हिड़मा को बताया गया है, जबकि आंध्रा के नक्सली यहां हमला करवाते हैं। यहां के लड़कों को बदनाम करते हैं और स्वयं बच जाते हैं। सारी घटनाओं का मास्टरमाइंड हिड़मा को बताकर ताड़मेटला में 76 जवानों की हत्या का मास्टर माइंड भी हिड़मा को बताया गया, जबकि उस समय उस इलाके का सब जोनल सेक्रेटरी रमन्ना था। तो फिर हिड़मा मास्टर माइंड कहां से हो गया? हिड़मा जोनल कमेटी में जरूर आया था, लेकिन तब ये नया था। मनीष कुंजाम ने कहा कि, आंध्रप्रदेश की सरकार और पुलिस सारे सबूत मिटा रही है। जिसके बाद ही मीडिया को वहां जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये बड़ा सवाल है कि क्या 50-50 नक्सली एक साथ अरेस्ट होने के लिए वहां जाएंगे? इस पर विचार किया जाना चाहिए। जिन्हें पकड़ा गया है, वे सभी बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले के हैं। उन्होंने कहा कि देवजी ने अपना वजूद बढ़ाने के लिए ही ऐसा किया है।
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे