भारत की वैश्विक उड़ान: अरुण सिंह बोले—स्वदेशी बने विश्व नेतृत्व की कुंजी
मीरजापुर, 21 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर अंतर्गत कैलहट स्थित रामललित सिंह महाविद्यालय शुक्रवार को उस समय देशभक्ति और आत्मनिर्भरता के स्वर से गूंज उठा, जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने स्वदेशी जागरूकता अभियान के मंच से भारत की
कार्यक्रम को सम्बोधित करते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह।


मीरजापुर, 21 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर अंतर्गत कैलहट स्थित रामललित सिंह महाविद्यालय शुक्रवार को उस समय देशभक्ति और आत्मनिर्भरता के स्वर से गूंज उठा, जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने स्वदेशी जागरूकता अभियान के मंच से भारत की उभरती वैश्विक शक्ति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर घर स्वदेशी–घर-घर स्वदेशी अभियान केवल राष्ट्रीय स्तर का नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की पहचान को नई ऊँचाई देने वाला जन आंदोलन बन चुका है।

अरुण सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में तेजी से उभर रहा है और आने वाले समय में विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया है कि आत्मनिर्भर भारत अब सिर्फ संकल्प नहीं, बल्कि वैश्विक क्षमता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। जो देश कभी विदेशी तकनीक का मोहताज था, आज वह ब्रह्मोस, आकाश जैसे उन्नत हथियारों से लेकर अत्याधुनिक रक्षा तकनीक तक स्वयं विकसित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि मोबाइल निर्माण में भारत का विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंचना इस बात का संकेत है कि मेड इन इंडिया अब ग्लोबल ब्रांड बन चुका है। हजारों की संख्या में मौजूद छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज का संकल्प सिर्फ स्वदेशी अपनाने का नहीं, बल्कि भारत को विश्व का नवाचार केंद्र, उत्पादन केंद्र और भविष्य की आर्थिक महाशक्ति बनाने का है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित कर रोजगार सृजन की नई राहों को मजबूत करें, क्योंकि आत्मनिर्भर भारत का वास्तविक प्रेरक शक्ति युवा ही हैं।

कार्यक्रम में विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह, प्रबंधक अनमोल सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी, प्रमुख पहाड़ी इंद्रबहादुर पांडेय समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा