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चंपावत, 21 नवंबर (हि.स.)। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले एक शिक्षक को लोहाघाट पुलिस ने देहरादून से गिरफ्तार किया है। आरोपित लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ न्यायालय से गैर-जमानती वारंट जारी था। शुक्रवार को पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
यह मामला लोहाघाट निवासी मोहित पांडेय की शिकायत से जुड़ा है। मोहित ने आरोप लगाया था कि फरवरी से जुलाई 2024 के बीच शिक्षक बलवंत सिंह रौतेला (निवासी कोलीढेक, लोहाघाट), विजय भट्ट (निवासी देहरादून) और कवींद्र सिंह उर्फ मायाराम सोनी ने उन्हें सचिवालय में सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया। इन तीनों ने मिलकर पीड़ित से 31 लाख रुपये ठग लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। नियुक्ति पत्र फर्जी निकलने पर पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ।
मोहित पांडेय की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जांच की जिम्मेदारी वरिष्ठ उपनिरीक्षक भुवन चंद्र आर्या को सौंपी गई थी। पुलिस टीम ने देहरादून में दबिश देकर मुख्य आरोपी बलवंत सिंह रौतेला को गिरफ्तार किया। टीम में कांस्टेबल चंदन सिंह और संजीव राज भी शामिल थे।
आरोपित बलवंत सिंह रौतेला के खिलाफ चंपावत कोतवाली क्षेत्र में एक और ठगी का मामला दर्ज है। चंपावत की एक महिला ने शिकायत की थी कि बलवंत सिंह रौतेला, विनय भट्ट और मायाराम सोनी ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये ठगे। महिला की शिकायत पर 31 अक्टूबर को मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य दो फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिशें दी जा रही हैं। दोनों मामलों की जांच जारी है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी