Enter your Email Address to subscribe to our newsletters


खड़गपुर (पश्चिम मेदिनीपुर), 20 नवंबर (हि. स.)। देश में स्वदेशी चिकित्सा नवाचार को गति प्रदान करते हुए स्मार्ट क्यूआर टेक्नोलॉजीज ने आईआईटी खड़गपुर के निदेशक प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती के नेतृत्व में प्रतिष्ठित डीएचआर - आईसीएमआर स्वास्थ्य अनुसंधान उत्कृष्टता शिखर सम्मेलन 2025 में स्वर्ण और रजत सम्मान प्राप्त किया।
यह उपलब्धि आईसीएमआर के स्थापना दिवस के अवसर पर मिली, जो भारत के शीर्ष वैज्ञानिक नेतृत्व की उपस्थिति में वैज्ञानिक उत्कृष्टता का उत्सव मनाने का दिन होता है। यह सम्मान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने प्रदान किया। इस अवसर पर देश के प्रमुख विशेषज्ञ डॉ. राजीव बहल (सचिव, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग एवं महानिदेशक, आईसीएमआर) और डॉ. वीके पॉल (सदस्य, नीति आयोग) उपस्थित रहे।
स्मार्ट क्यूआर को यह दोहरी सफलता उस शोध और तकनीकी विकास के लिए मिली, जिसने दो उल्लेखनीय (विघटनकारी) प्रौद्योगिकियों को “प्रयोगशाला से बाजार” तक पहुंचाया है, जिससे दूरदराज क्षेत्रों की जनसंख्या को शुरुआती रोग निदान सुलभ हो सके।
यह स्टार्टअप लगभग दो वर्ष पूर्व प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती के मार्गदर्शन में, डीएसआईआर द्वारा वित्त पोषित कॉमन रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब (सीआरटीडीएच) तथा आईसीएमआर - डीएचआर उत्कृष्टता केंद्र के तहत शुरू किया गया था।
इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए प्रो. चक्रवर्ती ने कहा कि उद्योग और शैक्षणिक साझेदारी के माध्यम से हम लाखों लोगों तक प्रभावी रूप से पहुंचने में सक्षम हुए हैं और विकसित भारत @2047 की दृष्टि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। जो यात्रा प्रयोगशाला में शुरू हुई थी, वह आज राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डालने वाली नवाचार शक्ति के रूप में विकसित हो चुकी है।
स्मार्ट क्यूआर की यह दोहरी उपलब्धि इस बात का संकेत है कि देश में स्वदेशी स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी तथा आईआईटी आधारित शोध तेजी से एक राष्ट्रीय मेड-टेक शक्ति के रूप में उभर रहे हैं।
--------------
हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता