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शिमला, 20 नवंबर (हि.स.)। राजधानी शिमला में एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी के साथ व्हाट्सऐप पर भेजे लिंक के माध्यम से करीब 16 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस थाना ढली में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
शिकायतकर्ता शिमला निवासी पदम देव निवासी एक राष्ट्रीयकृत बैंक से सेवानिवृत्त हैं। मामले के अनुसार 17 नवंबर की शाम करीब 8 बजे उन्हें एक अनजान मोबाइल नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को बैंक से जुड़ा बताया और कहा कि उनकी ‘लाइफ सर्टिफिकेट’ अपडेट करनी है। इसी बहाने उसने पदम देव के मोबाइल पर एक व्हाट्सऐप लिंक भेजा, जिसमें एक एपीके फाइल को डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
अगले दिन 18 नवंबर को उसी नंबर से दोबारा कॉल आई और उस व्यक्ति ने उन्हें अपने व्हाट्सऐप नंबर पर बात करने को कहा। बात करते समय पदम देव ने लिंक/ऐप खोल दिया। इस दौरान उनके फोन पर 3–4 ओटीपी आए, लेकिन उन्होंने कोई भी ओटीपी उस व्यक्ति को नहीं बताया। फोन पर बातचीत के दौरान ही अज्ञात व्यक्ति ने उनकी मोबाइल फोन डेटा एक्सेस कर लिया।
जब पदम देव को बार-बार ओटीपी आने पर शक हुआ और उन्होंने कॉल करने वाले से कारण पूछा, तभी उन्हें अपने फोन पर 16 लाख रुपये डेबिट होने का संदेश आया। इसके बाद उनके फोन पर अन्य लेन-देन के संदेश आना बंद हो गए। घबराकर उन्होंने रात करीब 11 बजे बैंक शाखा से संपर्क किया। पूछताछ में पता चला कि उनके फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) खाते से कुल 16,01,030 रुपये की निकासी हो चुकी है।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस थाना ढली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2) एवं 66 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। ढली पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अज्ञात कॉल, लिंक या ऐप पर भरोसा न करें और संदेह होने पर तुरंत बैंक या पुलिस से संपर्क करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा