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सूरत, 20 नवंबर (हि.स.)। गुजरात के सूरत के उमरा–वेलंजा रोड पर रंगोली चौकड़ी के पास स्थित पतरों के शेड वाले गो डाउन और दुकानों में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गयी। फायर विभाग की टीमों ने करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
आग सबसे पहले भंगार के गोडाउन में लगी, जो देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर गई और नजदीर की टायर, फोटो फ्रेम और फरसाण की तीन दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेज थी कि धुएं के घने गुबार 3 किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रहे थे।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार पतरों के शेड के नीचे भंगार का गोडाउन और उसके पास टायर की दुकान, फोटो फ्रेम की दुकान और फरसाण की दुकान सहित कुल सात दुकानें थीं। गो डाउन में मौजूद प्लास्टिक, लाकड़ी जैसे सामान के कारण आग तेजी से फैल गई और कुछ ही मिनटों में विकराल बन गई।
आग की सूचना मिलते ही फायर विभाग की कोसाड और मोटा वराछा स्टेशन की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। भंगार और टायर की दुकान में लगी आग से घना और जहरीला धुआं उठ रहा था, जिसकी वजह से फायर टीम को मास्क पहनकर ही आग बुझाने का काम करना पड़ा। करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
फायर ऑफिसर मारुति सौनवणे ने बताया, “पहले आग को आगे फैलने से रोकने पर ध्यान दिया गया। गो डाउन में लगी आग दो दुकानों तक फैल चुकी थी, जिसे समय रहते रोक लिया गया। जहरीला धुआं होने के कारण टीम को विशेष सावधानी बरतनी पड़ी।”
एक घंटे तक चली कूलिंग का कार्य
आग से भंगार का गोडाउन और टायर की दुकान पूरी तरह खाक हो गई। फोटो फ्रेम की दुकान में भी भारी नुकसान हुआ है। आग बुझाने के बाद एक घंटे तक कूलिंग का कार्य किया गया। घटना ने पतरों के शेड में चल रही दुकानों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / यजुवेंद्र दुबे