प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में शुरू हुई सच्चे नायकों को सम्मान देने की परंपरा : डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु'
सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर रोहनियां विधानसभा में निकाली गई ''एकता यात्रा'' वाराणसी,20 नवम्बर (हि.स.)। देश के प्रथम गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुरूवार को रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के कंदवा में एकता य
एकता यात्रा में शामिल आयुष मंत्री और भाजपा नेता


सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर रोहनियां विधानसभा में निकाली गई 'एकता यात्रा'

वाराणसी,20 नवम्बर (हि.स.)। देश के प्रथम गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गुरूवार को रोहनिया विधानसभा क्षेत्र के कंदवा में एकता यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया।

कर्दमेश्वर महादेव इंटर कॉलेज से शुरु हुई इस 'एकता यात्रा' को उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', भाजपा जिलाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा, रोहनिया विधायक सुनील पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या एवं पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

एकता यात्रा कंदवा से लठिया चौराहे होते हुए सरदार वल्लभभाई पटेल पीजी कालेज पहुंचकर सम्पन्न हुई। इसी दौरान मंच पर सरदार पटेल को समर्पित एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें जनप्रतिनिधियों ने सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी साझा की।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 से देश में उन महान सपूतों को सम्मान देने की परंपरा शुरू हुई है, जिन्होंने भारत को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि एकता यात्रा के माध्यम से युवाओं में राष्ट्रभक्ति और एकता की भावना को सशक्त बनाने का अभियान चलाया जा रहा है। आयुष मंत्री ने कहा कि केवल भाषणों में नहीं, बल्कि व्यवहार में भी एकता और अखंडता के मूल्यों को अपनाना ही सरदार पटेल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। आयुष मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात के केवड़िया में निर्मित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ न केवल सरदार पटेल की स्मृति को जीवंत बनाता है, बल्कि यह आज राष्ट्रीय प्रेरणास्थली और भारत की एकता के प्रतीक स्वरूप के रूप में पूरे विश्व में गौरव का केंद्र बन चुका है।

उन्होंने कहा कि काशी की भूमि स्वयं एकता, सांस्कृतिक समरसता और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। सभा में भाजपा के स्थानीय जिलाध्यक्ष व एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि देश की 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोने का श्रेय सरदार पटेल को जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अखंड भारत की आधारशिला सरदार पटेल के अथक प्रयासों से ही संभव हो पाई। युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर रोहनिया विधायक सुनील पटेल ने कहा कि सरदार पटेल सच्चे राष्ट्र निर्माता थे। उनके दृढ़ संकल्प व नेतृत्व के कारण ही भारत की 562 रियासतों का एकीकरण संभव हुआ। सरदार पटेल का जीवन देशभक्ति, त्याग और संगठन का प्रतीक है। यात्रा और सभा में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पूर्व विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह,कार्यक्रम संयोजक भाजपा जिला महामंत्री सुरेंद्र पटेल ,ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि प्रवेश पटेल,गौरव राठी,भानु पटेल, उदय नारायण पटेल, प्रदीप प्रजापति आदि शामिल रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी