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रांची, 20 नवंबर (हि.स.)। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड राज्य आजीविका संवर्द्धन सोसायटी (जेएसएलपीएस) से जुड़कर लापुंग और बेड़ो प्रखंड में आजीविका के क्षेत्र में बेहतर काम कर रही दीदियों के जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है। इनके संयुक्त प्रयास से लखपति दीदी बनने का सपना साकार हो सकता है। महिला समूह से जुड़कर राज्यनभर में पलायन को रोका जा सकता है। मंत्री गुरूवार को लापुंग में एकीकृत कृषि कलस्टर (आईएफसी) और बेड़ो में जरिया आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि सरकार हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार है। सरकार की योजनाएं महिलाओं को रोजगार से जोड़ने और उन्हें आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो रहीं है। वहीं उत्पाद का सही मूल्य दिलाने के साथ किसानों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए वे व्यक्तिगत रूप से पहल करेंगी। मंत्री ने कहा कि आज का दौर कलस्टर स्तर पर काम करने का है। लापुंग प्रखंड में पहली बार कलस्टर बना कर महिला स्वावलंबन के क्षेत्र में काम की शुरुआत हुई है। सापूकेरा, ककरिया और दानिकेरा कलस्टर से जुड़कर महिलाएं अब किसी एक उपज या उत्पाद तक सीमित नहीं रहेंगी। बल्कि उनके सामने कई तरह के दूसरे विकल्प भी मौजूद है। महिला दीदी खेती-किसानी से लेकर पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़कर अपने सपनों को साकार कर सकती है।
तिर्की ने कहा कि महिला समूह से जोड़कर पलायन पर आसानी से विराम लगाया जा सकता है।
इस मौके पर लापुंग और बेड़ो में कार्यालय का उदघाटन किया गया। लेटे गांव में मंत्री ने अंडा उत्पादन केंद्र का भी उदघाटन किया।
कार्यक्रम में लापुंग बीडीओ ऊषा मिंज, सीओ पंकज कुमार, उप प्रमुख विश्वनाथ मुंडा, मुखिया सरोज मुंडा, प्रखंड अध्यक्ष जयंत बारला, सुदामा महली और जेएसएलपीएस के पदाधिकारी मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar