बनगांव नगरपालिका के छह पार्षदों के घर पर पथराव, तनाव बढ़ा
बनगांव, 20 नवंबर (हि.स.) । उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव नगरपालिका इलाके में बुधवार देर रात छह पार्षदों के घरों पर पथराव और हमले का आरोप सामने आया है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, देर रात अंधेरे में पार्षदों के घरों के बाहर पथराव किया गया, अपशब्द क
पार्षदों के साथ विरोध प्रदर्शन करतीं सांसद ममताबाला


बनगांव, 20 नवंबर (हि.स.) । उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव नगरपालिका इलाके में बुधवार देर रात छह पार्षदों के घरों पर पथराव और हमले का आरोप सामने आया है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, देर रात अंधेरे में पार्षदों के घरों के बाहर पथराव किया गया, अपशब्द कहे गए और कुछ जगहों पर गोली चलने तक की शिकायत है। घटना से इलाके में तनाव फैल गया है।

स्थानीय लोगों के एक वर्ग का दावा है कि यह तृणमूल कांग्रेस के भीतर की गुटबाजी का परिणाम है। भाजपा ने भी यही आरोप लगाया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है। जिन पार्षदों के घरों पर हमला हुआ, उनके साथ गुरुवार को राज्यसभा सांसद और बंगांव जिला तृणमूल चेयरपर्सन ममता बाला ठाकुर ने थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया।

आरोप है कि बनगांव नगरपालिका के वार्ड 2 की पार्षद शिखा घोष, उनके पति एवं वार्ड 2 के तृणमूल अध्यक्ष उत्तम घोष, वार्ड 11 की पार्षद शम्पा महंत, वार्ड 9 की पार्षद बंदना दास कीर्तन सहित कुल छह पार्षदों के घर पर पथराव किये गये।

पार्षद शिखा घोष ने बताया कि उनके घर के गेट के सामने शराब पी गई और उत्पात मचाया गया। वहीं पार्षद शम्पा महंत के परिवार का आरोप है कि उनके घर के सामने गोलियां चलाई गईं।

पार्षद शम्पा महंत के पति का आरोप है कि बुधवार को नगरपालिका के चेयरमैन गोपाल सेठ को हटाने के लिए लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर जिन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए, उन्हीं पार्षदों के घर पर हमला हुआ। वार्ड 19 की पार्षद शर्मिला दास बैरागी ने दावा किया कि अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर न करने पर जिला अध्यक्ष ने उन्हें “देख लेने” की धमकी दी थी।

उल्लेखनीय है कि बनगांव नगरपालिका में कुल 22 वार्ड हैं। इनमें 20 तृणमूल कांग्रेस के नियंत्रण में हैं, जबकि एक कांग्रेस और एक भाजपा के पास है। हाल ही में चेयरमैन गोपाल सेठ पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया। उन्होंने इसके जवाब में वाइस चेयरमैन ज्योत्स्ना आढ्य को हटाने का आदेश जारी कर दिया। मामला हाई कोर्ट तक जा पहुंचा। गोपाल सेठ ने कहा कि मामला लंबित होने के कारण वे इस्तीफा नहीं देंगे और कार्यकारी चेयरमैन के रूप में सुरजीत दास को जिम्मेदारी सौंप दी।

इसके बाद टीएमसी जिला अध्यक्ष विश्वजीत दास ने 15 पार्षदों के साथ बैठक कर चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया। नौ पार्षदों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए, जबकि बाकी ने नहीं। आरोप है कि जिन पार्षदों ने हस्ताक्षर नहीं किए, उनके घरों पर ही रात में हमला हुआ।

हालांकि बनगांव तृणमूल जिला संगठन के उपाध्यक्ष प्रसेंजीत घोष ने गुटबाजी के आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि यह सब विपक्ष की शह पर हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय