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एसएसपी अनुराग आर्य ने दिए जांच के आदेश
बरेली, 20 नवंबर (हि.स.) । उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के विशारतगंज क्षेत्र में फार्मासिस्ट को दोस्ती के जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन और साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वार्ड 7 निवासी फार्मासिस्ट अम्बरीष गोस्वामी ने एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत कर आरोप लगाया कि मेडिकल स्टोर पर आने वाले युवक समीर ने पहले दोस्ती बढ़ाई, फिर उसे बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन कराया और साइबर अपराधी बना दिया।
पीड़ित के मुताबिक 2023 में शहबाजपुर स्थित मेडिकल स्टोर पर समीर अक्सर आता था। बातचीत बढ़ने पर वह और उसके परिवार के लोग उसे धार्मिक रूप से प्रभावित करने लगे। अम्बरीष का आरोप है कि कुछ महीनों बाद समीर उसे मस्जिद ले गया, जहां उससे कलमा पढ़वाया गया और उसका नाम बदलकर रजा कर दिया गया। इस दौरान वह नमाज पढ़ने तक लगा रहा।
अम्बरीष का कहना है कि इसके बाद उसे मुंबई ले जाकर ऑनलाइन बिजनेस का लालच दिया गया। वहां गिरोह ने उसके नाम पर 14 बैंक खाते खुलवाए और पूरा नियंत्रण अपने पास रख लिया। इन्हीं खातों से साइबर फ्रॉड होने पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, जहां वह तीन महीने जेल में रहा। बरेली लौटने पर शिकायत करने पर पुलिस ने समीर और इमरान को गिरफ्तार किया है। हालांकि पीड़ित का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने मामले को हल्का करने की कोशिश की। अम्बरीष ने पूरे नेटवर्क पर ब्रेनवॉश कर अवैध काम कराने का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच के आदेश दिए गए हैं। उनके निर्देश पर समीर और इमरान को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने कहा कि पीड़ित के आरोपों की हर बिंदु पर जांच कराई जा रही है। अगर किसी पुलिसकर्मी की मिलीभगत या लापरवाही सामने आई, तो सख़्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी । मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी जारी है।
हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार