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नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। ‘फांसी घर’ मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल और पूर्व विधायक राखी बिरला विशेषाधिकार समिति के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए आज की बैठक में फिर उपस्थित नहीं हुए। इससे पहले भी इन्हें समिति द्वारा दो अवसर प्रदान किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी वह उपस्थित नहीं हुए। दोनों निर्धारित बैठकों में उनकी लगातार अनुपस्थिति को देखते हुए समिति ने अब विचाराधीन मामले में आगे की कार्रवाई तय करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह राजपूत ने गुरुवार को दी।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सदन में 9 अगस्त 2022 को दिल्ली विधान सभा परिसर में उद्घाटित ‘फांसी घर’ की प्रामाणिकता से संबंधित विषय को उठाया था। इसके उपरांत मामले की विस्तृत जांच के लिए इसे विशेषाधिकार समिति को निर्देशित किया गया था। अपनी चल रही जांच के क्रम में समिति की आज की बैठक विशेष रूप से ‘फांसी घर’ की प्रामाणिकता से जुड़े तथ्यों और परिस्थितियों पर विचार-विमर्श हेतु निर्धारित की गई थी। विशेषाधिकार समिति की बैठक उद्घाटन से संबंधित परिस्थितियों की व्यापक एवं निष्पक्ष पड़ताल के लिए आवश्यक तथ्यात्मक तथा प्रक्रियात्मक मूल्यांकन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
विशेषाधिकार समिति में अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह राजपूत, सदस्य सूर्य प्रकाश खत्री, अभय कुमार वर्मा, अजय कुमार महावर, सतीश उपाध्याय, नीरज बसोया, रवि कांत, राम सिंह नेताजी एवं सुरेंद्र कुमार शामिल हैं।
समिति ने पारदर्शिता, जवाबदेही और संस्थागत अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि निष्पक्ष और व्यापक जांच पूर्ण करने के लिए सभी संबंधित व्यक्तियों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव