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नवीनतम शोध, नई तकनीकों और उभरते अनुप्रयोगों पर होगी चर्चा
वाराणसी, 20 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के रसायन विज्ञान विभाग में कार्बोहाइड्रेट विज्ञान पर चर्चा के लिए दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार से आयोजित किया गया है। ‘इमर्जिंग ट्रेंड्स इन ग्लाइकोसाइंस एंड ग्लाइकोटेक्नोलॉजी 2025 नामक सम्मेलन में भारत और विदेशों से वैज्ञानिक, शोधकर्ता और औद्योगिक विशेषज्ञ भाग लेंगे। यह जानकारी गुरूवार को सम्मलेन के संयोजक प्रो. विनोद कुमार तिवारी ने दी।
उन्होंने बताया कि यह आयोजन कार्बो-एक्स एक्स एक्स आई एक्स श्रृंखला के तहत एसोसिएशन ऑफ कार्बोहाइड्रेट केमिस्ट्स एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया के सहयोग से हो रहा है। इसका उद्देश्य कार्बोहाइड्रेट विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध, नई तकनीकों और उभरते अनुप्रयोगों पर चर्चा करना है। कार्बोहाइड्रेट, जो प्रकृति में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, आज चिकित्सा, जैव-प्रौद्योगिकी, पोषण और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में प्रमुख वैज्ञानिकों के व्याख्यान, शोध प्रस्तुतियां और उद्योग से जुड़ी चर्चाएं होंगी। इस सम्मेलन को आईओई-बीएचयू, डीबीटी, एएनआर ऍफ़, सीएसआईआर, बीआरएन एस, डीएआरडीओ डॉ. रेड्डीज़ लेबोरेट्रीज़, लाइफसेल-चेन्नई, सिंजेंटा सहित कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का सहयोग प्राप्त है। थियेम, आरएससी, एसी एस और एल्सेवियर जैसे प्रमुख वैज्ञानिक प्रकाशक भी साझेदार हैं। प्रतिभागियों को कार्बोहायड्रेट रिसर्च पत्रिका के विशेष अंक में अपने शोध कार्य भेजने के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसका संपादन प्रो. कारमेन गैलॉन करेंगी।------------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी