भविष्य की पुलिसिंग तकनीक आधारित होगी: डीजीपी
हैकाथॉन 3.0 के विजेताओं को डीजीपी ने किया सम्मानित देहरादून, 20 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड का प्रमुख राष्ट्रीय इनोवेशन चैलेंज हैकाथॉन 3.0 में पूरे देश के तकनीकी उत्साही युवाओं ने प्रतिभा का प्रदर्शन किया। हैकथॉन के विजेताओं को पुलिस महानिदेशक दीपम स
विजेताओं काे सम्मानित करते पुलिस महानिदेशक।


हैकाथॉन 3.0 के विजेताओं को डीजीपी ने किया सम्मानित

देहरादून, 20 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड का प्रमुख राष्ट्रीय इनोवेशन चैलेंज हैकाथॉन 3.0 में पूरे देश के तकनीकी उत्साही युवाओं ने प्रतिभा का प्रदर्शन किया। हैकथॉन के विजेताओं को पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने सम्मानित किया।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि हैकाथॉन 3.0 ने फिर साबित किया कि भविष्य की पुलिसिंग तकनीक आधारित होगी और इसे आगे ले जाने का नेतृत्व हमारे देश के युवा तकनीकी मस्तिष्क करेंगे। उन्होंने कहा कि हैकाथॉन में प्रस्तुत समाधान केवल प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि सुरक्षित समाज और स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उत्तराखण्ड पुलिस ऐसे नवप्रवर्तनों को निरंतर सहयोग देती रहेगी।

दरअसल, इस वर्ष, 129 टीमों ने 27 अक्टूबर से 8 नवंबर तक अपने रचनात्मक और उच्च प्रभाव वाले विचार प्रस्तुत किए। 9 नवंबर 2025 को आयोजित प्रीलिमरी राउंड में सभी टीमों ने छह घंटे की समयावधि में अपनी कॉन्सेप्ट प्रेजेंटेशन जमा कीं। प्रत्येक विचार का नवाचार, तकनीकी गुणवत्ता, व्यवहार्यता और डिजिटल पुलिसिंग पर संभावित प्रभाव के आधार पर कठोर बहु-स्तरीय मूल्यांकन किया गया। गहन समीक्षा के बाद, 15 टीमों का चयन ऑन-साइट फाइनल के लिए किया गया, जहाँ उन्हें अपने विचारों को वास्तविक, कार्यशील प्रोटोटाइप में बदलने की चुनौती दी गई। इसके बाद ग्रैंड फिनाले 18 नवंबर 2025 को पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित किया गया। जहां 13 फाइनलिस्ट टीमों ने 36 घंटे के बेहद चुनौतीपूर्ण नॉन-स्टॉप हैकाथॉन में भाग लिया। प्रतिभागियों ने अपनी सीमाओं को पार करते हुए धैर्य, टीमवर्क और उच्च स्तरीय कोडिंग कौशल का प्रदर्शन किया, और ऐसी तकनीकी समाधान प्रस्तुत किए जो कानून प्रवर्तन और सार्वजनिक सुरक्षा के भविष्य को बदलने की क्षमता रखते हैं। आज विजेताओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागियों के उत्साह एवं तकनीकी कौशल की सराहना की। सम्मान समारोह में अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था), वी. मुरुगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन), एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ/साइबर), नीलेश आनन्द भरणे आदि मौजूद रहे। 

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल