हिन्दी के संवर्धन के लिए लोकभाषाओं को सहेजने की जरूरत : डॉ. विद्याबिन्दु सिंह
हरदोई, 20 नवम्बर (हि. स.) डॉ. राममनोहर लोहिया महाविद्यालय हरदोई एवं हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को ''हरदोई जनपद का हिन्दी साहित्य में योगदान'' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. व
हिन्दी के संवर्धन के लिए भारत की लोकभाषाओं को सहेजने पर बल:डॉ. विद्याबिन्दु सिंह


हिन्दी के संवर्धन के लिए भारत की लोकभाषाओं को सहेजने पर बल:डॉ. विद्याबिन्दु सिंह


हिन्दी के संवर्धन के लिए भारत की लोकभाषाओं को सहेजने पर बल:डॉ. विद्याबिन्दु सिंह


हिन्दी के संवर्धन के लिए भारत की लोकभाषाओं को सहेजने पर बल:डॉ. विद्याबिन्दु सिंह


हिन्दी के संवर्धन के लिए भारत की लोकभाषाओं को सहेजने पर बल:डॉ. विद्याबिन्दु सिंह


हरदोई, 20 नवम्बर (हि. स.) डॉ. राममनोहर लोहिया महाविद्यालय हरदोई एवं हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को 'हरदोई जनपद का हिन्दी साहित्य में योगदान' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई।

मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. विद्याबिन्दु सिंह के साथ प्रथम सत्र की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरिशंकर मिश्र ने की। अति​थियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारम्भ किया। उन्होंने डॉ. राम मनोहर लोहिया महाविद्यालय के संस्थापक प्रबंधक डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी मधुपेश की ओर से हिन्दी भाषा-साहित्य के संवर्धन में इस प्रयास को मील का पत्थर बताया। संगोष्ठी में प्रख्यात साहित्यकार डाॅ. शिव बालक शुक्ल के पौत्र उद्धव शुक्ल को उनकी माता, भाई को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डाॅ. एस.एस.द्विवेदी, सुखदेव पाण्डेय सरल , सीमा मिश्रा,डाॅ.राहुल सिंह, अरविंद मिश्र, सजल , आदि वरिष्ठ साहित्यकारों को स्मृतिचिह्न और अँगवस्त्र से सम्मानित किया गया ।

अध्यक्षता करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरिशंकर मिश्र ने डॉ. सुशील चन्द्र त्रिवेदी मधुपेश काे लगातार दूसरी बार अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने पर शुभकामनाएं दीं। सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान की अध्यक्ष स्नेहिल पाण्डेय ने संस्थान के शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र के प्राथमिक से महाविद्यालय के द्वारा सामाजिक शैक्षिक चेतना जागृत और राष्ट्र के लिए समर्पित उपलब्धियों के प्रस्तुत किया। संचालन महेश मिश्र ने किया जबकि आभार व्यवस्थापक डॉ. शीर्षेन्दु शील त्रिवेदी विपिन ने जताया।

विभिन्न सत्रों में आयोजित इस संगोष्ठी में कवयित्री श्रीमती सीमा गुप्ता असीम, डॉ. शशांक कुमार सिंह,मदनमोहन पाण्डेय, डा. अजित आनन्दमणि, डॉ. देवी प्रसाद तिवारी, डॉ. ओम प्रकाश मिश्र, अरुणेश मिश्र , ब्रजराज सिंह तोमर, राजकुमार सिंह राज, डॉ. देशदीपक शुक्ल, राजकुमार सिंह प्रखर, डाॅ. अवधेश वर्मा, डाॅ. शशिकांत पांडेय, डाॅ.रश्मि द्विवेदी, डाॅ. विवेक बाजपेई, आनन्द विशारद, पारुल गुप्ता, सुमन कुशवाहा, मेघालय गुप्ता, वैष्णवी पटवा, शुभम मिश्र,नीतेश,पूर्णिमा,श्वेता,पल्लवी, जितेन्द्र शिवम आदि भारी संख्या मे छात्र व छात्राओं ने सहभागिता की ।

हिन्दुस्थान समाचार / अंबरीश कुमार सक्सेना