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नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने गुरुवार को नई दिल्ली के एमसीडी स्कूल, लाजपत नगर-III का दौरा किया। यह दौरा वार्ड 7 के स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित बैग वितरण समारोह के अवसर पर हुआ। कार्यक्रम में सांसद बांसुरी स्वराज, विधायक नीरज बैसोया उपस्थित रहे।
वार्ड 7 के कई स्कूलों के नर्सरी से कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों को 2,200 से अधिक स्कूल बैग वितरित किए गए। यह पहल गेल के साथ एक सीएसआर साझेदारी के तहत की गई। इस समारोह में 500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, नृत्य, और एमसीडी स्कूल जीवन नगर के कक्षा 5 के छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत बैंड शामिल था।
इस अवसर पर सूद ने कहा कि आज हमारे नन्हे विद्यार्थियों के बीच होना मेरे लिए गर्व का विषय है। स्वयं एक सरकारी स्कूल में पढ़े होने के कारण यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है। आज हम जो ये बैग दे रहे हैं, ये केवल किताबें रखने के लिए नहीं हैं बल्कि इनमें बच्चों के सपने हैं जो उन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएंगे। हमारे शिक्षक, जो सबसे योग्य हैं, वे इन बच्चों के भविष्य को आकार देने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह एक सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी है बच्चों के सपनों को साकार करने के लिए सरकार, समुदाय और पार्टनर मिलकर काम कर रहे हैं।
सूद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार आने वाले पांच वर्षों में सभी सरकारी स्कूलों को इस स्तर तक बदल देगी कि आने वाली पीढ़ियां इन स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए सिफ़ारिश करवाएंगी। उन्होंने आगे शिक्षकों से आह्वान किया कि वे शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए अधिक से अधिक योगदान दें। शिक्षक अपना पूरा ध्यान उस चीज पर केंद्रित कर सकें जो सबसे अधिक मायने रखता है, वह चीज है बच्चों की शिक्षा। उन्होंने बताया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आवश्यक सुधारों के लिए सरकार कई स्तरों पर काम कर रही है। सरकार दिल्ली के सभी स्कूलों को एआई-सक्षम शिक्षा, उच्च गुणवत्ता वाले फर्नीचर और आधुनिक उपकरणों वाली कक्षाओं से निर्मित कर रही है, जो नई शिक्षा नीति के अनुरूप है। सूद ने यह भी कहा कि चाहे एमसीडी स्कूल हों या दिल्ली सरकार के स्कूल, सभी को उन्नत, आधुनिक और विश्वस्तरीय संस्थानों में बदलने के लिए सीएसआर फंड का उपयोग किया जाएगा।
वर्ष 2015 में लाजपत नगर स्कूल कुछ चुनिंदा सरकारी स्कूलों में से एक था जिसे पीपल (शिक्षा-केंद्रित एक एनजीओ) के सहयोग से पुनर्जीवित किया गया था। तब से लेकर अब तक पीपल ने दिल्ली और मध्य प्रदेश में हजारों छात्रों और शिक्षकों तक अपना प्रभाव बढ़ाया है।
पीपल की सह-संस्थापक एवं शिक्षा निदेशक उर्मिला चौधरी ने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत अर्थपूर्ण है कि यह उत्सव उसी स्कूल में आयोजित हो रहा है, जहां से एक दशक पहले पीपल की यात्रा शुरू हुई थी। इन दस वर्षों में हमने देखा है कि विश्वास, सहयोग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण मिलकर कैसे कक्षाओं को वास्तव में परिवर्तित कर सकते हैं। हम दिल्ली सरकार के साथ मिलकर हर बच्चे के उज्ज्वल भविष्य को संवारने के अपने प्रयास को जारी रखेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव