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बलरामपुर, 20 नवंबर (हि.स.)। जिले में धान खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी, सुव्यवस्थित खरीदी के उद्देश्य से कलेक्टर राजेन्द्र कटारा आज गुरुवार को अचानक धान खरीद केंद्रों के निरीक्षण के दौरे पर निकले। उन्होंने विकासखंड बलरामपुर और रामानुजगंज के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में पहुँचकर तुलाई, टोकन व्यवस्था, किसानों से खरीदी की अद्यतन स्थिति तथा केंद्रों की व्यवस्थाओं की मैदानी स्तर पर समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने महराजगंज, तातापानी, भवरमाल, रामानुजनगर, खरीद केंद्र पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों की उपस्थिति, अब तक खरीदे गए धान की स्थिति, तौल मशीनों का सत्यापन, डेनेज, फेंसिंग, साफ-सफाई, बारदाने की उपलब्धता, स्टेंसिल, टोकन प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने केंद्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की कार्यस्थिति भी परखी।कलेक्टर ने स्टॉक रजिस्टर, बारदाना रजिस्टर सहित सभी आवश्यक पंजियों का अवलोकन किया और स्वयं आर्द्रतामापी यंत्र से धान की नमी मापकर गुणवत्ता की वास्तविक स्थिति की जांच की।
किसानों को न हो असुविधा, आवश्यक व्यवस्थाएं करें सुनिश्चित
केंद्र प्रभारी एवं समिति सदस्यों को निर्देशित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि किसानों को समय पर टोकन उपलब्ध कराए जाएँ और तुलाई के दौरान किसी भी प्रकार की देरी या असुविधा न हो। खरीदी केंद्रों में सभी व्यवस्थाएँ नियमों के अनुरूप पूरी तरह सुनिश्चित की जाएँ।
कलेक्टर कटारा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप धान खरीदी नियमों के तहत पारदर्शी तरीके से की जाए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि खरीद प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीदी सीज़न के दौरान सतत निगरानी रखें और किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान किया जाए।
कलेक्टर ने धान खरीद केंद्रों का निरीक्षण के दौरान स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन के निर्देशानुसार फड़ तक धान पहुंचाने की जिम्मेदारी किसान की होगी, जबकि इसके बाद की जिम्मेदारी समिति प्रबंधक की होगी। इसके लिए किसानों द्वारा किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। कलेक्टर कटारा ने नियमानुसार हमालों को सप्ताहिक आधार पर भुगतान कर खरीदी व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने तुहर टोकन मोबाइल ऐप का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए, ताकि किसान घर बैठे अपनी सुविधानुसार टोकन प्राप्त कर सकें।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने उपस्थित किसानों से सीधे संवाद किया। किसानों ने उन्हें खरीदी प्रक्रिया से जुड़ी समस्याओं और सुझावों से अवगत कराया जिसमें तुलाई की गति, टोकन अधिक शामिल है। कलेक्टर ने सभी बातों को गंभीरता से सुनते हुए आश्वस्त किया कि प्रशासन का उद्देश्य किसानों को अधिकतम सुविधा उपलब्ध कराना है और किसी भी समस्या का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तुलाई मशीनें, बारदाना उपलब्धता, भुगतान व्यवस्था और अन्य सुविधाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा किसानों को अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़े।
कलेक्टर कटारा ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता किसानों को सुरक्षित, पारदर्शी और सुगम धान खरीद व्यवस्था उपलब्ध कराना है। प्रशासन इस दिशा में निरंतर निगरानी और निरीक्षण कर रहा है।
कलेक्टर ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिला सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अन्य राज्यों से अवैध धान परिवहन की संभावना बनी रहती है। ऐसे में यदि किसानों या स्थानीय नागरिकों को कहीं भी अवैध धान या संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने भरोसा दिया कि सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।कलेक्टर ने कहा कि अवैध धान की वजह से खरीदी केंद्रों में अनियमितता बढ़ती है और वास्तविक किसानों को परेशानी होती है। इसलिए सभी किसान धान खरीदी नियमों का पालन करें और किसी भी गड़बड़ी की तत्काल सूचना नियंत्रण कक्ष या संबंधित अधिकारियों को दें।
कलेक्टर कटारा ने रामानुजगंज स्थित अंतरराज्यीय जांच नाका का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सीमा पर तैनात अधिकारियों से वाहन जांच, निगरानी व्यवस्था और अवैध धान परिवहन पर रोक को लेकर विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि सीमा पर सतर्कता बढ़ाई जाए, सभी वाहनों की सघन जांच की जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय