ग्वालियरः विश्व पाइल्स दिवस पर क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
- 126 रोगियों को लाभान्वित कराया गया ग्वालियर, 20 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में विश्व पाइल्स दिवस’ के उपलक्ष्य में गुरुवार को क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान आमखो में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पाईल्स (अर्श) रोग
जागरूकता कार्यक्रम


- 126 रोगियों को लाभान्वित कराया गया

ग्वालियर, 20 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में विश्व पाइल्स दिवस’ के उपलक्ष्य में गुरुवार को क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान आमखो में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पाईल्स (अर्श) रोग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना, समय पर उपचार सुनिश्चित करना तथा आयुर्वेद की प्रभावी उपचार पद्धतियों की जानकारी प्रसारित करने के उद्देश्य से यह आयोजन हुआ। कार्यक्रम के दौरान कुल 17 गुदा-रोग से संबंधित रोगियों की जांच एवं शारीरिक परीक्षण किया गया। जिन रोगियों में क्षारसूत्र चिकित्सा की आवश्यकता पाई गई, उन्हें इसके लिए विस्तृत परामर्श प्रदान किया गया। कार्यक्रम में कुल 126 रोगियों ने चिकित्सा एवं जागरूकता से लाभ प्राप्त किया।

कार्यक्रम में संस्थान के शल्य तंत्र विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार, अनुसंधान अधिकारी (आयुर्वेद) ने ओपीडी में उपस्थित रोगियों को पाइल्स रोग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कीं। उन्होंने पाइल्स के मुख्य, मुख्य लक्षण, उपलब्ध उपचार तथा रोग की रोकथाम आदि पर विस्तार से बताया। साथ ही जानकारी दी कि अधिकांश मरीज प्रारम्भिक लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रोग की गंभीरता बढ़ती जाती है। डॉ. अमित कुमार ने कहा कि समय पर निदान एवं आयुर्वेदिक उपचार अपनाने से रोग नियंत्रण में अत्यधिक सफलता मिलती है और रोगी जीवनशैली में छोटे-छोटे सुधार कर दीर्घकालिक लाभ प्राप्त कर सकता है।

डॉ. अमित कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान में पाइल्स सहित अन्य गुदा-रोगों के लिए विशेषीकृत आयुर्वेदिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। साथ ही गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित आयुर्वेदिक औषधियाँ, क्षार कर्म, जो पाइल्स के प्रारंभिक एवं मध्य चरणों में अत्यंत प्रभावी प्रक्रिया अपनाई जाती है। क्षारसूत्र चिकित्सा, जो भगन्दर, पाइल्स तथा अन्य गुदा-रोगों के लिए एक सफल और सुरक्षित आयुर्वेदिक शल्य पद्धति है। उन्होंने बताया कि संस्थान में इन प्रक्रियाओं का संचालन प्रशिक्षित एवं अनुभवी आयुर्वेद शल्य विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है, जिससे रोगियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएँ प्राप्त होती हैं। जागरूकता सत्र के दौरान लोगों को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के बारे में भी जानकारी दी गई।

कार्यक्रम का समनव्य डॉ. प्रमोद चन्द्र द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर डॉ. सविता शर्मा , डॉ. दारा सिंह रोतवार सहित संस्थान के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम संस्थान प्रभारी डॉ. बृजेश सिंह सिसोदिया के निर्देशन में किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर