राज्यपाल ने किया धेमाजी का दौरा, बाढ़ सुरक्षा और विकास कार्यों की समीक्षा
धेमाजी (असम), 20 नवम्बर (हि.स.)। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुरुवार काे धेमाजी का दौरा कर जिले में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यों और विकासात्मक पहल की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जिला आयुक्त कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक की
असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का धेमाजी दौरा।


असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का धेमाजी दौरा।


धेमाजी (असम), 20 नवम्बर (हि.स.)। असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुरुवार काे धेमाजी का दौरा कर जिले में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यों और विकासात्मक पहल की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जिला आयुक्त कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की।

बैठक में राजभवन की प्रवक्ता लकी बिस्वास ने जानकारी दी कि जिला आयुक्त राहुल सुरेश जाविर ने जिले की बाढ़ तैयारी को लेकर प्रस्तुति दी। इसमें धेमाजी की बाढ़ स्थिति, स्थानीय समुदायों पर इसके सामाजिक-आर्थिक प्रभाव, वर्षवार तटबंधों का प्रदर्शन तथा चल रही परियोजनाओं की प्रगति जैसे विषय शामिल थे। राज्यपाल ने जल संसाधन विभाग की उन योजनाओं की भी समीक्षा की जो दीर्घकालिक बाढ़-रोधी क्षमता को मजबूत करने पर केंद्रित हैं।

राज्यपाल आचार्य ने बाढ़ प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की सक्रिय पहल की सराहना की। उन्होंने केंद्र और राज्य की विभिन्न एजेंसियों द्वारा शोध, डाटा संग्रहण और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय के तहत किए जा रहे कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि जिले की बारहमासी बाढ़ समस्या के लिए एक स्थायी और टिकाऊ समाधान की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

राज्यपाल ने राजभवन की कई प्रमुख पहलों - राज्यपाल अमृत सरोवर, सद्भावना संगत और जीएपीपीवाई - की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने अमृत सरोवर स्थलों पर प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सामुदायिक रूप से सुनने की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर बल दिया, जिससे जनसहभागिता को और मजबूत किया जा सके। साथ ही स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और नशा-मुक्ति पहलों को गति देने के लिए सभी हितधारकों के बीच सहयोग की अपील की।

नदियों के बदलते प्रवाह और कुछ मौसमों में सूखी नदी तलहटियों का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने इन स्थलों को इको-टूरिज्म केंद्र के रूप में विकसित करने की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किया। इस पर जिला आयुक्त ने मिसिंग यूथ फेस्टिवल, जियाधल इको-टूरिज्म, नाइट कैंपिंग जैसी पहलों की जानकारी दी, जिन्होंने स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को नया आयाम दिया है। उन्होंने बताया कि होम-स्टे नेटवर्क के विस्तार से स्थानीय उद्यमियों की आजीविका भी सुदृढ़ हुई है।

समीक्षा बैठक के बाद राज्यपाल ने जियाधल नदी का दौरा कर समराजन पुल के ऊपरी हिस्से में बाईं ओर स्थित अवल्शन चैनल की बंदोबस्त संबंधी कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश