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कोलकाता, 20 नवम्बर (हि.स.)। आकाशवाणी एफएम बांग्ला प्रभाग द्वारा तैयार ऑडियो डॉक्यूमेंट्री ‘झोरा शैशव’ को बाल अधिकार संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान के लिए पश्चिम बंगाल सरकार के ‘शिशुश्री’ मीडिया सम्मान से सम्मानित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस पर मालदा ज़िले के दुर्गा किंकर सदन में आयोजित समारोह में कार्यक्रम अधिकारी सुवायन बाला ने आकाशवाणी एफएम बांग्ला की ओर से यह सम्मान ग्रहण किया।
बच्चों का मूल अधिकार है कि वे स्वस्थ और मजबूत जीवन जी सकें, और समाज इस अधिकार का संरक्षक है। लेकिन बदलते समय में बच्चों को शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के बढ़ते रूपों का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मीडिया को बाल अधिकारों की सुरक्षा पर रिपोर्ट तैयार करने का आमंत्रण दिया था। रेडियो श्रेणी में प्रस्तुत कार्यों में आकाशवाणी एफएम बांग्ला प्रभाग को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया।
डॉक्यूमेंट्री ‘झोरा शैशव’ बच्चों पर होने वाले शारीरिक और मानसिक अत्याचार की सच्चाई को सामने लाती है। समाज के सभी तबकों में यह समस्या मौजूद है, लेकिन अनेक घटनाएं सुर्खियों तक नहीं पहुंचतीं। कई बार परिवार के लोग भी ऐसी बातों को उजागर करने से हिचकिचाते हैं। यह डॉक्यूमेंट्री इन संवेदनशील पहलुओं को गहराई से समझने और परिवर्तन के रास्ते तलाशने का प्रयास करती है।
आकाशवाणी कोलकाता की उपमहानिदेशक (इंजीनियरिंग) एवं कार्यालय प्रमुख सुचित्रा राय ने कहा कि यह सम्मान एक बार फिर सिद्ध करता है कि आकाशवाणी प्रभावी कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध है। उनके अनुसार यह डॉक्यूमेंट्री रेडियो माध्यम के स्थायी महत्व को और मजबूत करती है।
सहायक निदेशक (कार्यक्रम) एवं प्रमुख, कार्यक्रम प्रभाग, मिताली दत्ता ने कहा कि यह कार्य साहस और करुणा का प्रतीक है और ‘झोरा शैशव’ बताता है कि एक सशक्त रिपोर्ट कैसे सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद कार्यक्रम कार्यकारी सुवायन बाला ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए आकाशवाणी कोलकाता और पश्चिम बंगाल सरकार का आभार जताया तथा कहा कि सभी के सहयोग से इस महत्वपूर्ण और साहसिक काम को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिलती है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर