पुणे जिले में तेंदुए के हमले में 13 साल के बच्चे की मौत, गुस्साई भीड़ ने वन विभाग की गाड़ी में लगाई आग
पुणे जिले में तेंदुए के हमले में 13 साल के बच्चे की मौत, गुस्साई भीड़ ने वन विभाग की गाड़ी में लगाई आग


मुंबई, 02 नवंबर (हि.स.)। पुणे जिले के शिरुर तहसील में स्थित पिंपरखेड में रविवार को दोपहर में एक तेंदुए ने 13 साल के बच्चे रोहन विलास बोंबे पर हमला कर दिया, जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने वन विभाग की गाड़ी को आग लगा दिया। हालांकि फायर ब्रिगेड ने वन विभाग की गाड़ी में लगी आग को बुझा दिया है और गांव वालों को समझाकर शांत कर दिया है। इस घटना की छानबीन स्थानीय पुलिस कर रही है।

इस घटना की छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज दोपहर में रोहन बोंबे अपने घर के बाहर खेल रहा था। उसी समय पास ही घात लगाकर छिपे तेंदुए ने रोहन पर हमला कर दिया और उसे गन्ने के खेत में घसीट ले गया। रोहन की दादी ने घर के बाहर रोहन को न देख शोर मचाना शुरु कर दिया , जिससे गांव वाले जमा हो गए और बच्चे को ढ़ूढऩा शुरु किया। इसी खोजबीन के बाद गन्ने के खेत में बच्चा का क्षतविक्षत अवस्था में मिला और तेंदुए की हमले में बच्चे की मौत हो चुकी थी। इस बेहद हृदयविदारक घटना के बाद, आक्रोशित ग्रामीणों ने आक्रामक रुख अपनाते हुए वन विभाग के वाहन को पलट दिया और बाद में उसमें आग लगा दी। इसका कारण 20 दिनों में यह तीसरी घटना है और इस घटना से पिंपरखेड क्षेत्र के ग्रामीण आक्रामक रुख अपना रहे हैं। दो घटनाओं के बावजूद, वन विभाग ने तेंदुओं पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे ग्रामीण कड़ा रोष व्यक्त कर रहे हैं। रोहन की मौत की घटना के बाद पिंपरखेड के ग्रामीणों ने आक्रामक रुख अपना लिया है और ठोस निर्णय होने तक बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं होने देने का फैसला किया है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी और स्थानीय पुलिस गांववालों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव